Luo Fuli, 29, वो कोडर हैं जिन्होंने DeepSeek AI चैटबोट को जन्म दिया, जो इस समय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की दुनिया में धूम मचाए हुए है और स्टॉक मार्केट्स को भी हिलाकर रख दिया है। न केवल इसने ChatGPT को पीछे छोड़ दिया है, बल्कि एप्पल ऐप स्टोर में भी पहले नंबर पर जगह बनाई है। अब चीन में उन्हें “AI प्रोडिजी” और “गीनियस AI गर्ल” के तौर पर माना जा रहा है। हालांकि, अधिकांश लोग DeepSeek की सफलता का श्रेय लियांग वेनफेंग, 39, को देते हैं, लेकिन बहुत कम लोग Luo और उनकी कहानी से वाकिफ हैं।
गरीबी से सफलता तक का सफर
Luo का जन्म एक निम्न आय वाले परिवार में हुआ था, लेकिन इससे उनकी मेहनत और उत्कृष्टता की ओर बढ़ने की जिद में कोई कमी नहीं आई। उन्होंने बीजिंग नॉर्मल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस में दाखिला लिया, जहां उन्होंने शुरुआत में कुछ मुश्किलों का सामना किया, लेकिन बाद में अपनी मेहनत से खुद को साबित किया। इसके बाद उन्होंने पेइचिंग यूनिवर्सिटी के इंस्टीट्यूट ऑफ कंप्यूटेशनल लिंग्विस्टिक्स में भी पढ़ाई की और 2019 में ACL (Association for Computational Linguistics) सम्मेलन में आठ पेपर्स पेश किए, जो उनके करियर का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ।
प्रमुख टेक कंपनियों में काम और DeepSeek की ओर कदम
Luo की इस बड़ी उपलब्धि ने उसे एलीबाबा और श्याओमी जैसी मेगा-टेक कंपनियों का ध्यान आकर्षित किया। इसके बाद, उन्होंने एलीबाबा के DAMO Academy में शोधकर्ता के तौर पर काम किया, जहां उन्होंने बहुभाषी प्री-ट्रेनिंग मॉडल VECO का नेतृत्व किया और AliceMind प्रोजेक्ट पर भी काम किया।
2022 में, Luo ने DeepSeek से जुड़ने का निर्णय लिया, जो उस समय एक क्वांटिटेटिव हेज फंड था, जो व्यापार के लिए गणितीय एल्गोरिदम का उपयोग करता था। उन्होंने नॅचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (NLP) में अपनी विशेषज्ञता का उपयोग कर DeepSeek-V2 को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
Xiaomi के फाउंडर ने Luo को USD 1.4Mn सैलरी पर हायर किया
Luo के काम को श्याओमी के फाउंडर, Lei Jun, ने भी पहचाना और उन्हें 10 मिलियन युआन (लगभग 1.4 मिलियन डॉलर) की सालाना सैलरी पर नियुक्त किया, जैसा कि साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट में बताया गया है।
DeepSeek और Luo का योगदान
2024 में, Luo और उनके सहयोगियों ने एक पेपर प्रकाशित किया, जिसमें DeepSeek के ओपन-सोर्स कोड्स को रिसर्च के लिए उपलब्ध कराया गया। इसके बाद DeepSeek टीम में कॉलेज ग्रेजुएट्स, फ्रेशर्स और कम अनुभव वाले लोग शामिल हो गए, जिसमें 150 चीनी शोधकर्ता और 31 डेटा ऑटोमेशन शोधकर्ता शामिल थे।
आखिरकार DeepSeek का प्रभाव
DeepSeek AI ने अब तक AI स्पेस में काफी हलचल मचाई है और कई रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह बाकी सभी AI चैटबोट्स को पीछे छोड़ने वाला है। जबकि इसके संस्थापक लियांग वेनफेंग को श्रेय दिया जाता है, लेकिन Luo Fuli का ग़रीब परिवार से उठकर AI की दुनिया में यह सफलता हासिल करना और DeepSeek के चीनी AI चैटबोट की सफलता में उनका योगदान कोई कम अहम नहीं है।
DeepSeek AI अब ऐसा नाम बन चुका है, जो लगता है कि AI चैटबोट्स की दुनिया में लंबे समय तक बना रहेगा। Luo Fuli की उपलब्धियाँ और उनके योगदान ने उन्हें एक अग्रणी स्थान दिलाया है, और उनका नाम भविष्य में और भी चर्चित होने वाला है।