दिल्ली में 5 फरवरी को वोटिंग होगी व 8 फरवरी को नतीजे सामने आएंगे। चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के साथ ही दिल्ली में ‘शीशमहल’ व ‘राजमहल’को लेकर जुबानी जंग तेज हो गई है।
दिल्ली में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के बाद सभी राजनीतिक party ने अपनी रफ्तार पकड़ ली है।मुख्यमंत्री आवास के बाहर आप नेता सौरभ भारद्वाज ने पत्रकारों से कहा कि बीजेपी लगातार आरोप लगा रही थी कि मुख्यमंत्री आवास में बार है, सोने का टॉयलेट है और स्विमिंग पूल है। उन्होंने कहा कि हम मीडिया के साथ आए हैं और अब यह दिखाया जाना चाहिए कि यह सब चीजें कहां हैं। उन्होंने कहा कि इसके बाद हम प्रधानमंत्री आवास में जाएंगे और देखेंगे कि वहां क्या-क्या है। बीजेपी अब पीछे हट रही है क्योंकि उसे लगता है कि उन्हें पीएम का आवास भी दिखाना पड़ सकता है।

वहीं नई दिल्ली विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार परवेश वर्मा ने ANI से कहा कि आतिशी सीएम की कुर्सी पर भी नहीं बैठ सकतीं। सीएम पद का अपमान करने के बाद अरविंद केजरीवाल उन्हें अपने आवास में कैसे रहने दे सकते हैं? आज उनके पास एक नहीं, बल्कि दो बंगले हैं और आतिशी झूठ बोल रही हैं। उन्हें बंगला आवंटित किया गया था लेकिन केजरीवाल ने उन्हें मना किया कि आपको इस आवास में नहीं जाना है। अरविंद केजरीवाल का शीशमहल कोविड के चरम पर होने के दौरान बनाया गया था और अरविंद केजरीवाल दावा करते थे कि वे कभी बंगला नहीं लेंगे। उन्होंने एक बड़ा बंगला बनाने के लिए 6 बंगले तोड़ दिए। वर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उसी आवास में रहते हैं, जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह रहते थे।
मुख्यमंत्री आवास के बाहर पुलिस बैरिकेडिंग लगा दी गई है और भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया है। जब दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज और आप सांसद संजय सिंह मीडिया के साथ मुख्यमंत्री आवास के बाहर पहुंचे तो उनकी वहां तैनात पुलिसकर्मियों के साथ तीखी नोकझोंक हुई। मुख्यमंत्री आवास के बाहर इस मामले में जबरदस्त सियासी ड्रामा हो रहा है।