शनिवार रात नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई एक भगदड़ में 18 लोगों की मौत हो गई और 13 यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा उस समय हुआ जब हजारों यात्री प्रयागराज जाने वाली स्पेशल ट्रेन पकड़ने के लिए स्टेशन पर मौजूद थे। अचानक हुई इस भगदड़ ने रेलवे की भीड़ प्रबंधन प्रणाली की गंभीर खामियों को उजागर कर दिया, और इसके बाद विपक्षी दलों ने रेल मंत्री से इस्तीफे की मांग की है।
घटना रात करीब 11 बजे के आसपास हुई, जब भारी भीड़ बिना किसी समुचित प्रबंधन के प्लेटफॉर्म पर जमा हो गई थी। यात्रियों का एक बड़ा समूह प्रयागराज जाने वाली विशेष ट्रेन का इंतजार कर रहा था। अचानक भीड़ अनियंत्रित हो गई, जिससे भगदड़ मच गई। कई यात्री जमीन पर गिर गए और कुछ गंभीर रूप से घायल हो गए। इस दौरान कई लोग बिना यात्रा किए ही वापस लौटने को मजबूर हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि मृतकों के परिवारों में मातम का माहौल है।
इस हादसे के बाद कांग्रेस ने केंद्र सरकार और रेल मंत्री के खिलाफ जमकर निशाना साधा। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद मनीष तिवारी ने इस घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की और कहा कि, “हमारी पूरी संवेदना उन परिवारों के साथ है जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया। इस दुर्घटना की पूरी जिम्मेदारी रेल मंत्री की बनती है। पिछले दो-तीन सालों में इस तरह की कई घटनाएं हो चुकी हैं। एक समय था जब भारत में किसी बड़ी रेल दुर्घटना के बाद रेल मंत्री नैतिक जिम्मेदारी लेकर इस्तीफा दे देते थे। अब हमें यही उम्मीद है कि रेल मंत्री नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देंगे।”
कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने भी इस हादसे को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “यह बहुत दुखद घटना है, लेकिन सवाल यह है कि जिम्मेदारी कौन लेगा? इतने लोग मारे गए हैं, लेकिन कोई भी मंत्री इसके लिए जिम्मेदारी क्यों नहीं ले रहा? पिछले कुछ सालों में ऐसी कई घटनाएं हुई हैं, और रेल मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए। हम इसे राजनीतिक मुद्दा नहीं बना रहे, बल्कि मानवता की दृष्टि से यह जरूरी है कि वे जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दें। प्रधानमंत्री मोदी को चाहिए कि वे किसी और को रेल मंत्री बना दें जो रेलवे के क्षेत्र में सुधार कर सके।”
इस हादसे के बाद विपक्ष और विभिन्न सामाजिक संगठनों ने सरकार से जवाबदेही तय करने और रेलवे के भीड़ प्रबंधन में सुधार करने की मांग की है। सोशल मीडिया पर भी लोग इस घटना की कड़ी निंदा कर रहे हैं और सुरक्षा व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता पर जोर दे रहे हैं। रेलवे अधिकारियों ने घटना की जांच शुरू कर दी है, लेकिन इस दुर्घटना ने एक बार फिर रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।
रेलवे मंत्रालय ने अपनी तरफ से इस घटना की जांच की बात की है, लेकिन इस घटना ने यह साबित कर दिया कि रेलवे स्टेशन पर भीड़ प्रबंधन के लिए बेहतर तैयारी और सुरक्षा उपायों की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में इस तरह की दर्दनाक घटनाओं से बचा जा सके।