डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद अवैध प्रवासियों पर सख्त कार्रवाई जारी की। हाल ही में अमेरिकी एजेंसियों ने 538 अवैध प्रवासियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से सैकड़ों को देश से बाहर भेज दिया गया। वाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी कैरोलीन लिविट ने इसे अमेरिका के इतिहास का सबसे बड़ा ऑपरेशन बताया, जिसमें अवैध प्रवासियों को बड़े पैमाने पर निकाला जा रहा है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, इन प्रवासियों को मिलिट्री एयरक्राफ्ट के जरिए अमेरिका से बाहर भेजा गया है। यह कार्रवाई ट्रंप प्रशासन के उस आदेश के तहत की गई है, जिसमें अवैध प्रवासियों को राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक सुरक्षा के लिए खतरा बताया गया है। आदेश में कहा गया है कि इन लोगों की मौजूदगी से निर्दोष अमेरिकी नागरिकों को खतरा है, और अपराधों की घटनाएं बढ़ रही हैं।
वाइट हाउस ने इस ऑपरेशन को लेकर ट्वीट कर जानकारी दी कि यह कार्रवाई देश की सुरक्षा और संसाधनों की रक्षा के लिए जरूरी थी। कैरोलीन लिविट ने बताया कि पिछले चार सालों में अमेरिका में अवैध प्रवासियों की संख्या तेजी से बढ़ी है। इनमें से कई लोग सीमा पार करके, फ्लाइट्स के जरिए या अन्य तरीकों से बिना उचित दस्तावेजों के देश में प्रवेश कर चुके हैं।
डोनाल्ड ट्रंप ने इस समस्या से निपटने के लिए एक नया आदेश जारी किया है, जिसमें अवैध प्रवासियों को देश से बाहर निकालने का निर्देश दिया गया है। 23 जनवरी को अमेरिकी कांग्रेस ने ‘लेकन रिले ऐक्ट’ को मंजूरी दी है, जो अवैध प्रवासियों को बाहर निकालने की प्रक्रिया को कानूनी समर्थन देता है।
ट्रंप प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि उनका लक्ष्य अमेरिका को अवैध प्रवासियों से मुक्त करना है, ताकि देश के संसाधनों का उपयोग अमेरिकी नागरिकों के हित में हो सके। राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, “हमने वादा किया था और अब उसे पूरा कर रहे हैं। यह हमारी प्राथमिकता है कि अमेरिका सुरक्षित और संरक्षित रहे।”