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Thursday, March 13, 2025

Company Stock: Ola Electric के शेयरों में 65% की गिरावट

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ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के शेयरों में हाल ही में 65% की भारी गिरावट आई है, जिसके बाद कंपनी ने 1,000 कर्मचारियों की छंटनी की घोषणा की। यह गिरावट अगस्त 2024 में कंपनी के रिकॉर्ड उच्चतम स्तर को छूने के बाद से आई है। स्टॉक को शुरू में बाजार में सुस्त शुरुआत मिली थी, लेकिन कुछ ही दिनों में शेयरों में तेज वृद्धि देखने को मिली। कंपनी के शेयरों ने 9 अगस्त 2024 को ₹75.8 प्रति शेयर के भाव पर लिस्टिंग की थी और 20 अगस्त 2024 को ₹157.4 प्रति शेयर के रिकॉर्ड स्तर को छुआ था। हाल ही में, कंपनी के शेयर ₹53.6 प्रति शेयर पर आ गए हैं, जो रिकॉर्ड उच्चतम स्तर से 65% गिरावट का संकेत है।

जब हम ओला इलेक्ट्रिक के साथ अन्य कंपनियों की तुलना करते हैं, तो इसका प्रदर्शन काफी खराब रहा है। उदाहरण के लिए, TVS मोटर्स के शेयरों में 29% की गिरावट आई है, जबकि बजाज ऑटो के शेयरों में 40% की गिरावट आई है। लेकिन ओला इलेक्ट्रिक का प्रदर्शन इसके मुकाबले कहीं ज्यादा खराब रहा है, जिसने निवेशकों को इसके दीर्घकालिक संभावनाओं पर सवाल उठाने के लिए मजबूर कर दिया है।

गिरावट के प्रमुख कारण

ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में आई इस बड़ी गिरावट के पीछे कई महत्वपूर्ण कारण हैं, जैसे कमजोर वित्तीय प्रदर्शन, घटती बिक्री, बढ़ती प्रतिस्पर्धा और परिचालन दक्षता की कमी। इन समस्याओं ने निवेशकों को कंपनी के भविष्य को लेकर निराश कर दिया है। आइए इन चुनौतियों पर विस्तार से नजर डालते हैं।

1. कमजोर मौलिक प्रदर्शन

ओला इलेक्ट्रिक ने अपने वित्तीय आंकड़ों में गिरावट देखी है, हालांकि इस कंपनी का इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर (2W) बाजार में एक अच्छा हिस्सा है। दिसंबर 2024 को समाप्त तिमाही के लिए कंपनी की आय ₹1,045 करोड़ रही, जो पिछले साल की तुलना में 19% और पिछली तिमाही के मुकाबले 13% गिरावट है। हालांकि कंपनी ने कुछ समय में मजबूत बिक्री वृद्धि दर्ज की, फिर भी यह ऑपरेशनल दक्षताओं में सुधार करने और मुनाफा कमाने में विफल रही।

तीसरी तिमाही (Q3FY25) में ओला इलेक्ट्रिक ने ₹460 करोड़ का ऑपरेशनल नुकसान दर्ज किया। इससे कंपनी का शुद्ध नुकसान ₹564 करोड़ रहा, जो पिछले साल की समान तिमाही में ₹376 करोड़ था। यह लगातार वित्तीय संकट कंपनी की स्थिति को और कमजोर कर रहा है।

2. बिक्री में लगातार गिरावट

हालांकि ओला इलेक्ट्रिक का इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर बाजार में 25% से अधिक हिस्सा है, फिर भी कंपनी ने FY25 में अपनी बिक्री में बड़ी गिरावट देखी है। मार्च 2024 में कंपनी ने लगभग 50,000 यूनिट्स बेचीं, लेकिन इसके बाद बिक्री के आंकड़े लगातार घट रहे हैं। जुलाई 2024 में कंपनी ने 41,624 यूनिट्स बेचीं, सितंबर 2024 में यह संख्या घटकर 24,665 यूनिट्स रही, और फरवरी 2025 में यह संख्या केवल 8,674 यूनिट्स तक सीमित रह गई। यह गिरावट कंपनी के निवेशकों के लिए निराशाजनक संकेत है और भविष्य के विकास की संभावनाओं को संदेहास्पद बनाती है।

3. बढ़ती प्रतिस्पर्धा

ओला इलेक्ट्रिक को अपने पुराने और स्थापित प्रतिस्पर्धियों से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है, जैसे कि बजाज ऑटो, टीवीएस मोटर्स, हीरो मोटोकॉर्प और एथर एनर्जी। इन कंपनियों के पास बड़े नेटवर्क और बेहतर बाद में सेवा देने की क्षमता है। इसके अलावा, पिछले साल की तुलना में इन कंपनियों ने बेहतर बिक्री प्रदर्शन किया है।

फरवरी 2025 में ओला इलेक्ट्रिक की बिक्री में 74% की गिरावट आई, जबकि इसके प्रतिस्पर्धियों ने शानदार वृद्धि दर्ज की। उदाहरण के लिए, बजाज ऑटो की बिक्री में 81.8% की वृद्धि हुई, हीरो मोटोकॉर्प ने 52.4% की वृद्धि की, और टीवीएस मोटर्स की बिक्री में 28% का इजाफा हुआ। एथर एनर्जी और ग्रेव्स इलेक्ट्रिक की बिक्री में भी वृद्धि हुई। इसके मुकाबले ओला इलेक्ट्रिक की बिक्री अपेक्षाकृत कमजोर रही।

4. कॉर्पोरेट गवर्नेंस मुद्दे और परिचालन समस्याएं

ओला इलेक्ट्रिक ने केवल वित्तीय संकट और घटती बिक्री से ही नहीं, बल्कि कॉर्पोरेट गवर्नेंस समस्याओं का भी सामना किया है। कंपनी के चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर (CTO) और चीफ मार्केटिंग ऑफिसर (CMO) ने एक साल के अंदर इस्तीफा दे दिया, जो आंतरिक प्रबंधन मुद्दों को उजागर करता है।

इसके अलावा, ओला इलेक्ट्रिक के वाहन मालिकों के बीच सेवा के बाद खराब अनुभव की रिपोर्टें सामने आई हैं। इससे कंपनी की ब्रांड छवि पर नकारात्मक असर पड़ा है। इस बारे में ग्राहक असंतोष से यह संकेत मिलता है कि कंपनी की भविष्य की वृद्धि की संभावनाएं खतरे में हो सकती हैं।

हाल ही में, कंपनी ने 1,000 कर्मचारियों की छंटनी की, जिससे परिचालन दक्षता की कमी का पता चलता है। हालांकि लागत अनुकूलन के लिए यह कदम जरूरी हो सकता है, लेकिन इतनी बड़ी संख्या में कर्मचारियों की छंटनी यह संकेत देती है कि कंपनी को अपनी परिचालन क्षमता में सुधार की आवश्यकता है।

आगे का रास्ता क्या है?

कंपनी ने अपने राष्ट्रीय स्तर पर विस्तार की योजना बनाई है और इसके लिए नए स्टोर खोले गए हैं। इसके अलावा, ओला इलेक्ट्रिक का लक्ष्य अगले कुछ तिमाहियों में 50,000 यूनिट्स की मासिक बिक्री हासिल करना है ताकि यह EBITDA सकारात्मक हो सके। हालांकि, ओला इलेक्ट्रिक को अपने बाजार हिस्से को बनाए रखने के लिए कठिनाई का सामना करना पड़ेगा, क्योंकि प्रतिस्पर्धा में वृद्धि हो रही है।

यदि कंपनी को अपने संचालन में सुधार करने और ग्राहक विश्वास पुनः प्राप्त करने में सफलता मिलती है, तो शायद इसका शेयर मूल्य बेहतर हो सकता है। लेकिन, वर्तमान में कंपनी के सामने कई गंभीर चुनौतियाँ हैं जो इसके भविष्य को संदेहास्पद बनाती हैं।

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Pratishtha Agnihotri
Pratishtha Agnihotri
Pratishtha Agnihotri is a business journalist. She is working as an Editor at Business Headline. Earlier she was working with India Today Group's Business Today Bazaar.
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