राज्यसभा में फिर एक बार एक गरमा- गरम मुद्दा बेहस् में बदलता दिखाई दे रहा है । दरअसल, कांग्रेस नेता की बेंच से नोटों का बंडल मिलने पर हंगामा शुरू हा गया था । वहीं कांग्रेस नेताओं ने इसका जमकर विरोध किया और उनका कहना है कि जाँच से पहले किसी का भी नाम नही लेना चाहिए।
कांग्रेस के बेंच पर नोटों की गड्डी मिलने को लेकर राज्यसभा में हंगामा शुरू हो गया है। सभापति जगदीप धनखड़ ने इस बात की जानकारी दी, जिसके बाद अब इस मामले पर राजनीति भी शुरू हो गई है। राज्यसभा की सीट संख्या 222 के नीचे 500 के नोटों की एक गड्डी मिली, जो वर्तमान में तेलंगाना से निर्वाचित कांग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी को सौंपी गई है। सूत्रों के मुताबिक राज्यसभा में 50 हजार रुपये मिले हैं।
अभिषेक मनु सिंघवी का इनकार!
सदन में सभापति धनखड़ के इस दावे पर कांग्रेस सांसदों ने विरोध जताया. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने जोर देकर कहा कि जांच से पहले नाम नहीं लिए जाने चाहिए।
हालांकि, अभिषेक मनु सिंघवी ने आरोपों से इनकार किया है। उनका कहना है कि, “मैं जब भी राज्यसभा जाता हूं तो 500 रुपये का नोट लेकर जाता हूं। मैंने इस बारे में पहली बार सुना है। मैं दोपहर 12.57 बजे सदन पहुंचा और सदन 1 बजे उठा। फिर मैं अयोध्या के सांसद अवधेश प्रसाद के साथ 1.30 बजे तक कैंटीन में बैठा और संसद से चला गया।”
“कानून के अनुसार होगी जाँच”- सभापति!
राज्यसभा के सभापति ने कहा, “कल (5 दिसंबर 2024) को सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद नियमित जांच के दौरान सुरक्षा अधिकारियों ने सीट नंबर 222 से नोटों की एक गड्डी बरामद की है । यह सीट वर्तमान में अभिषेक मनु सिंघवी को आवंटित है। कानून के अनुसार जांच की जाएगी। ”
खरगे पर निशाना!
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद जेपी नड्डा ने इसे लेकर कहा, “ये घटना बहुत गंभीर है। ये सदन की गरिमा पर चोट है। किसी मुद्दे पर गुस्सा दिखाना और किसी मुद्दे पर मिट्टी डालना ये ठीक नहीं है। मुझे भरोसा है कि इस मामले की जांच सही तरीके से होगी। पक्ष और विपक्ष दोनों के नेताओं को इसका विरोध करना चाहिए।”
जेपी नड्डा ने इस मामले की जांच को लेकर मल्लिकार्जुन खरगे पर सवाल उठाया। इस पर खरगे ने कहा कि हमने कभी भी ये नहीं कहा कि जांच नहीं होनी चाहिए।