भारत में दिन – प्रतिदिन टेक्नॉलजी बढ़ती जा रही हैं। वहीँ JIO, BSNL और ARITEL आपके लिए बहुत बड़ी खुशख़बरी लेके आया हैं। अगर आपका कोई दोस्त या परिजन आपसे दूर हैं, तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं हैं।. आइए जानते हैं एक नई टेक्नोलॉजी के बारे में।
अब आप चाहे किसी भी जगह हों, अगर आपके पास सिग्नल नहीं है तो भी आप किसी भी उपलब्ध नेटवर्क का उपयोग करके कॉल कर सकते हैं। इससे आपके कनेक्टिविटी में काफी सुधार होगा, खासकर उन इलाकों में जहां नेटवर्क कवरेज कमजोर होता है।
अंतर्राष्ट्रीय रोमिंग की तरह
इस सुविधा को आप अंतर्राष्ट्रीय रोमिंग की तरह समझ सकते हैं, लेकिन यह आपके ही देश के भीतर है। यह सुविधा डिजिटल भारत निधि के तहत लगाए गए 4G टावरों की वजह से संभव हुई है। इन टावरों का उपयोग सभी नेटवर्क के ग्राहक कर सकते हैं।
इससे आपको क्या फायदा होगा?
कॉल ड्रॉप की समस्या कम होगी: अब आपको कॉल ड्रॉप की समस्या कम आएगी क्योंकि आप किसी भी उपलब्ध नेटवर्क का उपयोग कर सकते हैं। चाहे आप गाड़ी में हों, ट्रेन में हों या किसी दूरदराज के इलाके में, आप हमेशा कनेक्टेड रह सकेंगे।आपको बता दें कि बढ़ते ऑनलाइन फ्रॉड और स्कैम के मामलो पर रोक लगाने के लिए ये नियम पहले 1 सितंबर से लागू किए जाने थे। लेकिन, TRAI की तरफ से इसके लागू करने की डेट को एक महीने के लिए बढ़ा दिया गया था ताकि टेलीकॉम कंपनियों को थोड़ा समय मिल जाए।
नंबर्स की बनेगी लिस्ट!
ट्राई की तरफ से फ्रॉड और स्कैम को रोकने के लिए टेलिकॉम कंपनियों को कड़े कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। ट्राई ने स्पैम कॉल्स को रोकने के लिए टेलीकॉम कंपनियों को ऐसे स्पैम कॉल्स की अलग से लिस्ट तैयार करने को कहा है। 1 अक्टूबर से कम्यूनिकेशन के लिए सिर्फ सुरक्षित यूआरएल बेस्ड या फिर ओटीपी लिंक ही मैसेज में सेंड किए जाएंगे। आपको बता दें कि 30 सितंबर तक टेलिकॉम कंपनियों को 140 सीरीज से शुरू होने वाले टेलिमार्केटिंग कॉल्स को अब डिजिटल प्लेटफॉर्म पर ट्रांसफर कर दिया जाएगा।