गुरुवार को मुंबई के झुग्गी-झोपड़ी इलाके गोरेगांव में भारी आग लग गई, जिससे कई घर जलकर खाक हो गए। मुंबई नगर निगम (BMC) ने इस घटना की सूचना दी। BMC को शाम करीब 7:30 बजे लेवल-2 आग की सूचना मिली। इस आग ने 150 से 200 घरों को नुकसान पहुँचाया। हालाँकि, घटना में किसी की मौत की खबर नहीं है और आग पर नियंत्रण पाया गया है।
अब तक आग लगने का कारण नहीं पता चला है, लेकिन घटना के बाद तुरंत राहत और बचाव की कार्रवाई शुरू की गई। दमकल विभाग की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और तेजी से आग पर काबू पाने की कोशिश की। झुग्गी-झोपड़ी इलाके में रहने वाले लोगों को समय रहते बाहर निकाल दिया गया, जिससे संपत्ति का नुकसान नहीं हुआ।
15 फरवरी को मुंबई के फोर्ट इलाके में फ्रीमेसन हॉल में भी आग लगी थी। उस घटना में भी कोई मौत नहीं हुई थी। फ्रीमेसन हॉल में लगी आग पर नियंत्रण पाने के लिए चार दमकल गाड़ियां लगाई गईं और अग्निशमन अभियान अभी भी जारी है।
मुंबई में अक्सर आग लगती हैं, खासकर झुग्गी-झोपड़ी इलाकों में, जहां आग बुझाने के साधन और सुविधाएं कम हैं। हालाँकि प्रशासन और बीएमसी इन घटनाओं को रोकने के लिए लगातार प्रयासरत हैं, वे फिर भी होती रहती हैं। BMC ने हमेशा तैयार रहने का संदेश दिया ताकि आग लगने के बाद बचाव और राहत कार्यों में देरी न हो।
इस तरह की घटनाओं से प्रभावित लोगों को जल्दी राहत देने के लिए कई योजनाएं बनाई गई हैं। आग प्रभावित लोगों का पुनर्वास और सहायता स्थानीय प्रशासन, एनजीओ और अन्य संस्थाओं की मदद से किया जा रहा है।
मुंबईवासी इन घटनाओं से जागरूक होना चाहिए ताकि वे आग की गंभीरता और उससे बचने के उपायों के बारे में जान सकें। आग से बचने के लिए उचित सावधानियाँ बरतनी चाहिए और आपातकालीन मदद के लिए तुरंत संपर्क करना चाहिए। BMC के प्रयासों से आग पर नियंत्रण हासिल हुआ है, लेकिन इससे हमें समय-समय पर आग से बचने के उपायों का पालन करना कितना महत्वपूर्ण है।