Apple के AI-पावर्ड वॉयस-टू-टेक्स्ट ट्रांसक्रिप्शन ने स्कॉटलैंड की एक महिला को एक अश्लील और आपत्तिजनक संदेश भेज दिया. AI ने एक गैरेज के वॉइसमेल को गलत तरीके से ट्रांसक्राइब कर दिया, जिससे उसमें अभद्र भाषा जुड़ गई, हालांकि ये पूरी तरह से तकनीकी गलती थी. हाल के महीनों में Apple AI में लगातार गड़बड़ियां सामने आई हैं, जिससे टेक्नोलॉजी की विश्वसनीयता पर सवाल उठ रहे हैं.
स्कॉटलैंड की 66 साल के लुईस लिटलजॉन तब हैरान रह गई जब उनके iPhone पर उन्हें एक आपत्तिजनक संदेश दिखाई दिया. ये संदेश Apple के AI-पावर्ड वॉयस-टू-टेक्स्ट ट्रांसक्रिप्शन सर्विस द्वारा किया गया था, जिसने एक साधारण voicemail को आपत्तिजनक शब्दों से भर दिया.
डनफर्मलाइन निवासी लिटलजॉन को मदरवेल स्थित Lookers Land Rover गैरेज से एक वॉइसमेल प्राप्त हुआ था, जिसमें उन्हें एक इवेंट के लिए आमंत्रित किया गया था. लेकिन AI द्वारा किए गए गलत अनुवाद ने इस संदेश को पूरी तरह से बिगाड़ दिया, जिससे उसमें आपत्तिजनक और अश्लील संदर्भ आ गए.
AI की चौंका रही ये गलती
एप्पल की ट्रांसक्रिप्शन सेवा ने मूल संदेश को पूरी तरह से बिगाड़ कर रख दिया. जब लिटलजॉन ने ये संदेश देखा, तो शुरुआत में उन्होंने इसे एक घोटाला (scam) समझा. लेकिन जब उन्होंने कॉलर का जिप कोड पहचाना, तो उन्हें एहसास हुआ कि ये वही गैरेज था जिससे उन्होंने पहले कार खरीदी थी.
पहले हैरानी, फिर लगा मज़ेदार – लिटलजॉन
लिटलजॉन ने कहा कि पहले तो मैं चौंक गई , ये आश्चर्यजनक था. लेकिन फिर मुझे ये बेहद मज़ेदार लगा. ये संदेश साफ तौर पर अनुचित था. आगे कहा कि गैरेज कार बेचने की कोशिश कर रहा है, लेकिन इसके बजाय वे अनजाने में अपमानजनक संदेश भेज रहे हैं. इसमें उनकी कोई गलती नहीं है. विशेषज्ञों का मानना है कि संभवतः Apple का AI सिस्टम स्कॉटिश उच्चारण (Scottish Accent) को सही से समझ नहीं पाया, या फिर गैरेज में बैकग्राउंड नॉइज़ के कारण गलत अनुवाद हो गया.
Apple AI में लगातार सामने आई गड़बड़ियां
हाल के महीनों में अपनी टेक्नोलॉजी को लेकर एप्पल लगातार विवादों में घिरा हुआ है. कुछ हफ्ते पहले, कंपनी को अपने स्पीच-टू-टेक्स्ट टूल को ठीक करना पड़ा था क्योंकि iPhone यूजर्स ने पाया कि जब वे racist (नस्लवादी) शब्द बोलते थे, तो AI डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) का नाम टाइप कर रहा था. इसके अलावा, जनवरी 2024 में Apple ने अपनी AI-आधारित न्यूज़ हेडलाइन्स समरीज़ (AI News Summaries) को अस्थायी रूप से बंद कर दिया था, जब वो झूठी सूचनाएं देने लगी थी.