राजस्थान में कांग्रेस पार्टी ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के सरकारी आवास, सिविल लाइंस स्थित बंगला नंबर-8 का घेराव करने की योजना बनाई है। यह बंगला मुख्यमंत्री ने सीएम पद की शपथ लेने के 133 दिन बाद, 26 अप्रैल 2024 से निवास के रूप में इस्तेमाल करना शुरू किया था। पार्टी ने इस घेराव के लिए रणनीति तैयार करने के लिए यूथ कांग्रेस की बैठक आयोजित की है, जिसमें कांग्रेस के युवा कार्यकर्ता इस विरोध प्रदर्शन में भाग लेंगे।
यूथ कांग्रेस के नेतृत्व में होगा प्रदर्शन
यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और सांगरिया विधायक, अभिमन्यु पूनिया के नेतृत्व में 21 दिसंबर को मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया जाएगा। अभिमन्यु पूनिया ने बताया कि यह प्रदर्शन भजनलाल शर्मा की सरकार के एक साल के विफल कार्यकाल के विरोध में किया जाएगा। उनके मुताबिक, प्रदर्शन में हजारों युवा कार्यकर्ता शामिल होंगे। इसके अलावा, इस रणनीति को लेकर सुमेरपुर में भी एक बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें कार्यकर्ताओं से जयपुर आने का आह्वान किया गया था।
पार्टी के नेताओं ने केंद्र सरकार को घेरा
बुधवार को जयपुर में कांग्रेस ने एक बड़ा प्रदर्शन किया था, जिसमें पार्टी नेताओं ने केंद्र सरकार और भाजपा की नीतियों पर जमकर हमला बोला। शहीद स्मारक पर आयोजित इस प्रदर्शन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट समेत कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए थे। प्रदर्शनकारियों ने जन विरोधी नीतियों को लेकर भाजपा सरकार के खिलाफ आवाज उठाई और राजभवन तक मार्च निकालने का आह्वान किया। हालांकि, पुलिस ने उन्हें बैरिकेड्स लगा कर रोक लिया और पानी की बौछार के जरिए प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने का प्रयास किया।
कांग्रेस की रणनीति और विपक्षी हमले
कांग्रेस का यह प्रदर्शन और रणनीति प्रदेश और केंद्र दोनों सरकारों पर दबाव बनाने के लिए एक प्रमुख कदम के रूप में देखा जा रहा है। भजनलाल शर्मा की सरकार के खिलाफ कांग्रेस का यह विरोध प्रदर्शन राज्य में बढ़ते राजनीतिक तनाव को और बढ़ा सकता है। 21 दिसंबर को होने वाले घेराव में पार्टी का उद्देश्य अपने विरोध को सशक्त रूप से सामने लाना है और सत्ता पक्ष को यह संदेश देना है कि कांग्रेस प्रदेश में सरकार की विफलताओं को लेकर खड़ी है।