2025 का संघीय बजट भारत के डिजिटल और इनोवेशन क्षेत्रों में नई संभावनाओं को खोलने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है। खासकर फैशन-टेक उद्योग के लिए, जो पिछले कुछ वर्षों में तेजी से विकसित हो रहा है। बजट में दिए गए ₹500 करोड़ के आवंटन और ₹20,000 करोड़ के निवेश से फैशन और टेक्नोलॉजी के संगम को नई दिशा मिल सकती है।
AI और डीप-टेक इनोवेशन में भारी निवेश
फैशन-टेक क्षेत्र के लिए एक प्रमुख पहलू ₹500 करोड़ का आवंटन है, जो एआई और डीप-टेक इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए रखा गया है।
VIRGIO के सह-संस्थापक और CEO, श्री अमर नागराम ने कहा, “यह बजट देश की डिजिटल अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने के लिए एक अहम कदम है। ₹500 करोड़ का यह निवेश एआई-आधारित उन्नति और डेटा-ड्रिवन समाधान को प्रोत्साहित करेगा, जिससे व्यवसायों को तेज़ी से विकास और स्केल करने में मदद मिलेगी।”
इसके अतिरिक्त, सरकार ने ₹20,000 करोड़ का निवेश प्रस्तावित किया है, जिसे आने वाले वर्षों में अगले पीढ़ी की उत्पादन तकनीकों को अपनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। इस निवेश के साथ ही, भारत के वस्त्र और फैशन उद्योग में प्रौद्योगिकी और नवाचार का रोल और भी बढ़ेगा, जिससे यह क्षेत्र वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनेगा।
सतत फैशन और सर्कुलर इकोनॉमी को प्रोत्साहन
फैशन-टेक और वस्त्र क्षेत्र में जिम्मेदार फैशन की दिशा में भी सकारात्मक कदम उठाए गए हैं। बजट में सस्टेनेबल मैन्युफैक्चरिंग और सर्कुलर इकोनॉमी को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन दिए गए हैं, जो उद्योग के पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने में मदद करेंगे। इसके साथ ही, पांच साल की अवधि के लिए कपास उत्पादकता मिशन की शुरुआत की गई है, जो उच्च गुणवत्ता वाली और पर्यावरणीय दृष्टिकोण से जिम्मेदार कच्चे माल की आपूर्ति को सुनिश्चित करेगा।
स्टार्टअप्स को बढ़ावा
स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने क्रेडिट उपलब्धता में वृद्धि की घोषणा की है, जिससे न केवल नए व्यवसायों को समर्थन मिलेगा, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न होंगे।
VIRGIO के श्री नागराम का कहना है, “यह बजट स्टार्टअप्स के लिए एक प्रगतिशील नीतिगत ढांचा प्रस्तुत करता है, जो भारत को नवाचार और जागरूक खपत के लिए वैश्विक हब बनाने की दिशा में अहम कदम होगा।”
मानव संसाधन विकास और दीर्घकालिक आर्थिक लचीलापन
वित्त मंत्री के अनुसार, “साक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0” जैसी योजनाओं के माध्यम से मानव संसाधन विकास पर भी ध्यान दिया जाएगा, जो दीर्घकालिक आर्थिक लचीलापन को सुनिश्चित करेगा। यही नहीं, यह मानव संसाधन विकास उन प्रौद्योगिकियों के साथ सामंजस्य स्थापित करने में मदद करेगा जो अब फैशन-टेक क्षेत्र में अपनी भूमिका निभा रहे हैं।
भारत का वैश्विक फैशन केंद्र बनने का मार्ग
Good Fashion Fund के निवेश प्रमुख श्री जयंत कश्यप ने इस बजट की सराहना करते हुए कहा, “₹20,000 करोड़ का निवेश और डीप-टेक फंड का गठन भारतीय वस्त्र क्षेत्र को वैश्विक स्तर पर मजबूत बनाएगा। हम भारत में सस्टेनेबल और डिस्रप्टिव उत्पादन समाधानों के लिए पूंजी पहुंचाने में योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध हैं, ताकि भारत को वैश्विक फैशन हब बनने की दिशा में और मजबूती मिल सके।”