यह आंकड़ा Reuters पोल के 6.5% के अनुमान से काफी कम है और अप्रैल-जून तिमाही में 6.7% और पिछले साल की समान अवधि में 8.1% से भारी गिरावट को दिखा रहा है । जबकि ग्रॉस वैल्यू एडेड (GVA) में 5.6% की वृद्धि हुई है।
सूत्रों की मानी जाए तो फिल्हाल अर्थव्यवस्था की रफ्तार धीमी दिखाई पड़ रही है। वित्त वर्ष 2025 के दूसरी तिमाही यानी जुलाई-सितंबर के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था की रफ्तार थोड़ी धीमी रही है और यह 18 महीने या 6 तिमाही के निचले स्तर पर पहुंच गई है। भारत की GDP ग्रोथ दूसरी तिमाही में 5.4 फीसदी रही है। शुक्रवार को नेशनल स्टैटिस्टिक्स ऑफिस (NSO) की ओर से यह डाटा जारी किया गया।
GDP की ग्रोथ बताई जा रही है अनुमान से कम!
यह आंकड़ा Reuters पोल के 6.5% के अनुमान से काफी कम है और अप्रैल-जून तिमाही में 6.7% और पिछले साल की समान अवधि में 8.1% से भारी गिरावट का प्रमाण है। ग्रॉस वैल्यू एडेड (GVA) विभिन्न क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों को मापता है, इसमें 5.6% की वृद्धि देखने को मिली है । यह 6.5% के पूर्वानुमान से भी कम है ।यह पिछले वर्ष की तुलना में 7.7% की बढ़ोतरी और पिछली तिमाही में 6.8% की बढ़ोतरी से काफी कम है।
GDP रिपोर्ट पर विपक्ष हमलावर!
वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी में गिरावट के आंकड़ों को लेकर विपक्ष मोदी सरकार पर हमलावर होता दिख रहा है। कांग्रेस ने कहा है कि सरकार की आर्थिक नीतियों के कारण देश की अर्थव्यवस्था तबाह हो गई। वहीं आनंद शर्मा ने तंज कसते हुए कहा कि मंत्रिमंडल / कैबिनेट में फेरबदल से नतीजे नहीं बदल जाएंगे।