जम्मू कश्मीर के राजौरी बदहाल गांव में ‘वायरल बीमारी ‘को देखते हुए गांव को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है वहीँ प्रभावित परिवारों के घरों को सील कर दिया गया है; गुरुवार को कुछ मरीजों को राजौरी के सरकारी मेडिकल कॉलेज (GMC) में लाया गया।
GMC राजौरी के प्रिंसिपल Amerjeet Singh Bhatiya ने बढ़ती मौतों को रोकने के लिए सरकार के प्रयासों का आश्वासन दिया, उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों में 1.5 महीने बाद भी वायरल संक्रमण का कोई सबूत नहीं है इसलिए इसे वायरल नहीं कर सकते।
प्रिंसिपल Amerjeet Singh Bhatiya
उन्होंने कहा, “हम जो कदम उठा रहे हैं, जिसमें रोकथाम, लोगों को मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट करना है, यह दर्शाता है कि हमारी सरकार, प्रशासन, विधायक ईमानदारी से मौतों की संख्या को और बढ़ने से रोकने के लिए प्रयास कर रहे हैं. यह कहने का कोई सबूत नहीं है कि यह वायरस है क्योंकि स्वास्थ्य सेवा कर्मी 1.5 महीने से वहां रह रहे हैं, लेकिन कोई भी बीमार नहीं पड़ा है सबूत बताते हैं कि हमें डरने की जरूरत नहीं है, लेकिन चूंकि हम एक अदृश्य दुश्मन से लड़ रहे हैं, इसलिए हमें सभी कदम उठाने की जरूरत है.यह कोई क्वारंटीन नहीं है, हम सिर्फ मरीजों को दूसरी जगह शिफ्ट कर रहे हैं ” जम्मू-कश्मीर सरकार ने देश भर के स्वास्थ्य संस्थानों की सहायता से अ मौतों की जांच शुरू कर दी है।
कंटेनमेंट जोन-3 – कवर किए जाएंगे ये घर
कंटेनमेंट जोन-3 जिसमें बाकी के बचे हुए घरों को कवर किया जाएगा. इन सभी जोन में रहने वाले लोगों के लिए राशन -पानी की निगरानी के लिए भी कर्मयारियों की तैनाती की जाएगी. आदेश का पूरी तरह से पालन कराने के लिए पुलिसकर्मियों की तैनाती भी की जाएगी. कंटेनमेंट जोन में परिवारों को दिए जाने वाले भोजन की निगरानी का जिम्मा तैनात किए गए अधिकारियों पर होगा. वहीं आपको बता दें की संक्रमित खाद्य पदार्थों को जब्त किया जायेगा।