केरल के सरकारी कॉलेज, करियावत्तम में एक जूनियर छात्र के साथ रैगिंग का मामला सामने आया है। इस मामले में कॉलेज प्रशासन ने सात छात्रों को निलंबित कर दिया है। पीड़ित छात्र के पिता के अनुसार, उनके बेटे को गंभीर चोटें आई हैं और वह अस्पताल में भर्ती है। पुलिस ने शिकायत दर्ज कर ली है और जल्द ही एफआईआर दर्ज की जाएगी।
पीड़ित छात्र के पिता ने कहा, “मेरे बेटे पर बुरी तरह हमला किया गया, वह अस्पताल में इलाज करा रहा है। हमने पुलिस को पूरी जानकारी दे दी है।” वहीं, पुलिस ने बताया कि यह मामला छात्रों के बीच आपसी विवाद से जुड़ा हो सकता है, लेकिन रैगिंग के आरोपों की गंभीरता से जांच की जा रही है।
केरल की उच्च शिक्षा और सामाजिक न्याय मंत्री, डॉ. आर बिंदु ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, “मैंने कॉलेज शिक्षा निदेशालय से रिपोर्ट मांगी है। कॉलेज स्तर पर एंटी-रैगिंग सेल ने भी इस मामले में जांच शुरू कर दी है। सभी आरोपित छात्रों को पहले ही निलंबित कर दिया गया है।” उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार अब एक राज्य स्तरीय एंटी-रैगिंग सेल बनाने की योजना बना रही है, ताकि ऐसे मामलों पर कड़ी निगरानी रखी जा सके।
हाल ही में केरल के कोट्टायम सरकारी नर्सिंग कॉलेज में भी रैगिंग का एक मामला सामने आया था। 12 फरवरी को पुलिस ने पांच छात्रों को गिरफ्तार किया। पुलिस जांच में पता चला कि संस्थान में पिछले तीन महीनों से रैगिंग जारी थी और पहली वर्ष की कक्षाएं शुरू होने के तुरंत बाद यह सिलसिला शुरू हो गया था।
पुलिस इस मामले में छात्रों की जांच कर रही है। राज्य सरकार ने सभी कॉलेजों को एंटी-रैगिंग नियमों को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए हैं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
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