पूर्व बॉलीवुड अभिनेत्री ममता कुलकर्णी ने किन्नर अखाड़ा के महामंडलेश्वर पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने यह फैसला लगातार हो रही आलोचनाओं और आंतरिक विवादों के बाद लिया। उनके इस्तीफे के पीछे उनकी आध्यात्मिक स्थिति और फिल्मी करियर को लेकर उठे सवाल बताए जा रहे हैं।
ममता कुलकर्णी ने इंस्टाग्राम वीडियो में अपने इस्तीफे की घोषणा की। उन्होंने कहा, “मैं महामंडलेश्वर यमाई ममता नंदगिरि, इस पद से इस्तीफा दे रही हूं। किन्नर अखाड़े और अन्य अखाड़ों के बीच जो भी विवाद हो रहे हैं, मैं उनसे अलग रहना चाहती हूं। मैं 25 साल से साध्वी हूं और साध्वी ही रहूंगी।”
उन्होंने आगे कहा, “मैंने बॉलीवुड को 25 साल पहले छोड़ दिया था। मैं खुद ही सब कुछ छोड़कर अलग रही, वरना कौन इतना दूर रहता है?”
ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाने की घोषणा आचार्य लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने महाकुंभ मेले के दौरान की थी। 90 के दशक में लोकप्रिय अभिनेत्री रहीं कुलकर्णी लंबे समय तक गुमनामी में रहीं और हाल ही में भारत लौटी थीं। उनके महामंडलेश्वर बनने पर जगतगुरु हिमांगी सखी मां ने सवाल उठाए थे।
हिमांगी सखी मां ने आरोप लगाया कि “ममता कुलकर्णी को सिर्फ प्रचार के लिए महामंडलेश्वर बनाया गया था। समाज उनकी पिछली जिंदगी को अच्छी तरह जानता है। उन पर आपराधिक मामलों में शामिल होने के आरोप लगे थे और उन्हें नशीली दवाओं के मामलों में जेल भी जाना पड़ा था। इसकी जांच होनी चाहिए।”
हालांकि, ममता कुलकर्णी ने इन आरोपों को खारिज किया और कहा कि “मैं कभी जेल नहीं गई।” उनके इस्तीफे के बाद किन्नर अखाड़े में यह विवाद और बढ़ सकता है।
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