28.1 C
Delhi
Thursday, March 13, 2025

Mamta की “मृत्यु कुंभ” टिप्पणी पर राजनीतिक और धार्मिक नेताओं ने कड़ी आलोचना की

भारतीय जनता पार्टी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री Mamta Banerjee द्वारा महाकुंभ पर की गई टिप्पणी को लेकर उनकी आलोचना की है। जिसमें उन्होंने इसे ‘मृत्यु कुंभ’ कहा है। Banerjee ने राज्य विधानसभा में की गई अपनी टिप्पणियों में आरोप लगाया था कि भाजपा शासित उत्तर प्रदेश में आयोजित इस कार्यक्रम में भगदड़ की घटनाएं हुई है और अधिकारियों ने वास्तविक मृत्यु संख्या को छुपाया है।

- Advertisement -spot_img
- Advertisement -

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री Mamta Banerjee ने प्रयागराज महाकुंभ 2025 में कथित कुप्रबंधन का आरोप लगाते हुए उत्तर प्रदेश सरकार की आलोचना की। उन्होंने Yogi सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि महाकुंभ ‘मृत्यु कुंभ’ में बदल गया है। Mamta Banerjee इस बयान के बाद विवाद बढ़ गया है। ‘मृत्यु कुंभ’ वाले बयान के बाद Mamta Banerjee कई राजनीतिक दलों के निशाने पर आ गई हैं। जनसेना पार्टी और भाजपा नेताओं के बाद साधु संतों ने भी उनके बयान की कड़ी आलोचना की है।

Mamta Banerjee के ‘मृत्यु कुंभ’ वाले बयान पर आध्यात्मिक नेता स्वामी Rupendra Prakash ने कहा कि “कुंभ का पवित्र स्नान 12 साल बाद होता है, एक मुख्यमंत्री को इस तरह की टिप्पणी करना शोभा नहीं देता, Mamta Banerjee कुंभ के बारे में क्या जानती हैं? जिस तरह से यूपी के मुख्यमंत्री Yogi Adityanath ने प्रयागराज महाकुंभ में व्यवस्था की है वह सराहनीय है। ऐसी व्यवस्थाएं प्रदान करना इसका संभव कार्य है, Mamta Banerjee को ऐसे बयानों से बचना चाहिए, वह केवल अपनी राजनीतिक रोटी सीखने के लिए सनातन धर्म पर हमला कर रही हैं। ऐसा लगता है कि उन्हें इस देश की संस्कृति से प्यार नहीं है, वे इस देश की संस्कृति में विश्वास भी नहीं करती हैं।

फिर वहीं Mamta Banerjee की ‘मृत्यु कुंभ’ वाले बयान की हरिद्वार से युवा भारत साधु समाज के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी Ravidev Shastri ने भी आलोचना की उन्होंने कहा, “यह मृत्यु कुंभ नहीं बल्कि यह अमृत कुंभ है। यह महाकुंभ है और यह संस्कृति सनातन और विचारों का मेल है। इतने सारे विचारों के लोग वहां पर आए और सब ने अपने विचार रखें, सबने अपने विश्वास के अनुसार स्नान किया। उन सबको ऐसा लगा कि हमें अमृत प्राप्त हो रहा है। जिसको जैसा मौका मिल रहा है वह प्रयागराज महाकुंभ की ओर प्रस्थान कर रहे हैं। वहां पर व्यवस्था बहुत अच्छी कर रखी है, यह अमृत कुंभ है और अमृत कुंभ ही रहेगा। इसे दूसरा नाम नहीं दिया जा सकता है”।

विधानसभा को संबोधित करते हुए पश्चिम बंगाल की सीएम ने पवित्र गंगा मां और महाकुंभ के महत्व के प्रति अपना सम्मान व्यक्त किया, लेकिन अपर्याप्त व्यवस्थाओं के लिए आयोजकों की कड़ी आलोचना की। Mamta Banerjee ने कहा, “मैं महाकुंभ का सम्मान करती हूं, मैं पवित्र गंगा मां का सम्मान करती हूं। लेकिन कोई योजना नहीं है, कितने लोग बरामद हुए हैं? अमीरों और गरीबों के लिए किए गए इंतजारों में असामान्यता का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, “अमीरों, VIP के लिए ₹100000 से अधिक के शिविर पाने की व्यवस्था उपलब्ध है। गरीबों के लिए कुंभ में कोई इंतजाम नहीं है”। Banerjee ने आगे कहा, “मेले में भगदड़ की स्थिति आम है लेकिन इंतजाम करना जरूरी है, आपने क्या प्लानिंग की थी”?

- Advertisement -
Latest news
- Advertisement -
Related news
- Advertisement -

Leave a reply

Please enter your comment!
Please enter your name here

error: Content is protected !!