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Friday, March 14, 2025

Books पढ़ने के इन फायदों को जानकर आप हो जायँगे हैरान

अच्छी किताबों से दोस्ती आपका जीवन बदल सकती है इसलिए रात को सोने से पहले गैजेट से दूरी बनाकर किताबों को उठाएं, किताबों से भाषायी पकड़ भी हासिल होती है जिससे आप के वाक्यों में सुधार आता है साथ ही किताबें पढ़ कर आप कहीं न कहीं साहित्य से भी खुद को जोड़ कर रख पाते है 

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मनुष्य का सबसे अच्छा दोस्त किताबें मानी जाती हैं किताबों के जरिए हमें देश दुनिया की सैर करने को मिलती है. इससे हमारे समाज को, लोंगो को, स्थिति को, माहौल को जानने का मौका मिलता है. ऐसे में अगर आपका कोई दोस्त नहीं है या आप बिल्कुल अकेले हैं तो आपको किताबों से दोस्ती कर लेनी चाहिए, हालांकि इस डिजिटल युग में लोग किताबों को भी डिजिटल तौर पर ही पढ़ना पसंद करते हैं लेकिन कोशिश करें कि आप किताबें, मैगजीन ये आफलाइन मोड में ही पढ़ें.. यकीन मानिए कुछ ही दिनों में आपको अपने अंदर कई सारे बदलाव नजर आने लगेंगे.. वहीं एक्सपर्ट भी इस बात से सहमती जताते हैं कि रात को 15 से 20 मिनट ही किताबे पढ़ना आपके लिए लाभकारी साबित हो सकता है

स्ट्रेस या तनाव दूर करती हैं किताबें 

रात को सोने से पहले कोई अच्छी सी कहानी नॉवल पढ़ने से आपके तनाव को कम करने में मदद मिलती है. दरअसल जब आप पूरे दिन ऑफिस या घर का काम करते हैं तो दिमाग बहुत ही ज्यादा थक जाता है, सोचने समझने की क्षमता पर भी असर पड़ता है. ऐसे में अगर आप सोशल मीडिया से दूरी बनाकर खुद को नॉलेज देंगे या फिर कोई नॉवल पढ़ेंगे तो आप अपने तनाव को भूल सकते हैं. आप में एक नई ऊर्जा पैदा होगी, क्योंकि किताब अपने साथ एक नई दुनिया लेकर आती है. जब आप किताब पढ़ते हैं तो आपके दिमाग में 100 सवाल उठते हैं सोचने समझने की क्षमता बढ़ती हैं .

मस्तिष्क अच्छे से करता हैं काम 

मस्तिष्क को सही तरह से कार्य करने के लिए योगा और एक्सरसाइज की जरूरत पड़ती है उसी तरह किताब पढ़ना भी एक व्यायाम है जो आपके दिमाग को फिट रखने में मदद करता है.अच्छी किताबें पढ़ना मस्तिष्क के लिए संतुलित आहार की तरह मददगार होती है.

सकारात्मकता बढ़ाती है किताबें 

जब आप किताबें पढ़ते हैं तो आपको दूसरों की जीवन कथा उनके संघर्ष उनकी परेशानी को समझने का मौका मिलता है. आप यह समझ पाते हैं कि संघर्ष के बाद इंसान इससे बाहर भी आ सकता है. जब आप यह सब देखते हैं तो आप पर एक सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. आप संघर्ष और चुनौतियों को पॉजिटिव-वे में लेना सीख जाते हैं, हर रोज सोने से पहले 15 या 20 मिनट किताबे पढ़े इससे नेगेटिविटी दूर होती है, आप अपने दिनभर की परेशानी को भूलकर चुनौती लेने के लिए तैयार हो जाते हैं.

क्रिएटिविटी भी बढ़ाती हैं किताबें 

कोई भी आप किताब पढ़े आपको इससे कुछ ना कुछ सीखने को मिलता है. आपके सोचने की क्षमता बढ़ती है. जैसे-जैसे आप नए चीजों को पढ़ते हैं आप की क्रिएटिविटी में इजाफा होता है और जब क्रिएटिविटी बढ़ती है. आपको नई चीज़ सीखने को मिलती है तो आप अपने काम में आत्मविश्वास और प्रोडक्टिविटी दोनों ही बढ़ाते हैं, इससे आपके खुद के ग्रोथ होने का चांसेस बहुत ज्यादा हो जाते है.

संवेदनशील बनते हैं आप

जब आप अकेले में बैठकर किताबें पढ़ते हैं तो ये आपको बहुत ही संवेदनशील बनाती है. किताबों में छिपी कहानियां आपकी जिंदगी का टर्निंग प्वाइंट हो सकती है. कभी-कभी यह कहानियां आपको इतनी प्रभावित करती है कि आप दुनिया समाज और लोगों की भलाई के बारे में सोचने लगते हैं. कुल मिलाकर कहा जाए तो किताब आपको बेहतर इंसान बनाने में मदद करती है.

अच्छी नींद आती है

कोरोना के बाद से ही लोगों के स्लीपिंग पैटर्न में बहुत बदलाव आया है. लोगों को अनिद्रा की शिकायत रही है. ऐसे में किताबें पढ़ने आदत आपको इन सब चीजों से निजात दिला सकती है,एक स्टडी में बताया गया है कि किताब पढ़ने से तनाव का स्तर 68 फ़ीसदी तक कम हो सकता है. सोने से पहले अगर आप किताब पढ़ते हैं तो आप क्वालिटी नींद ले पाएंगे
अच्छी किताबों से दोस्ती आपका जीवन बदल सकती है इसलिए रात को सोने से पहले गैजेट से दूरी बनाकर किताबों को उठाएं, किताबों से भाषायी पकड़ भी हासिल होती है जिससे आप के वाक्यों में सुधार आता है साथ ही किताबें पढ़ कर आप कहीं न कहीं साहित्य से भी खुद को जोड़ कर रख पाते है
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