मेरठ के ओयो होटल्स में अविवाहित कपल्स की एंट्री बैन कर दी गई . इसी बीच अब बेंगलुरू के ओयो होटलों में कमरे मांगने वाले अविवाहित जोड़ों को चेक-इन की अनुमति न देने के नियम भी लागू किए जा सकते हैं। इस नियम को लागू करने की अपील करते हुए बजरंग दल ने अधिकारियों को एक प्रस्ताव सौंपा है। इस प्रस्ताव पर बेंगलुरू महानगर पालिका (बीबीएमपी) के आयुक्त तुषार गिरिनाथ और बेंगलुरू शहर के पुलिस आयुक्त बी. दयानंद ने एक्शन को कहा है।
बजरंग दल की मांग
पूर्व जिला संयोजक तेजस ए. गौड़ा के नेतृत्व में बजरंग दल ने इस संबंध में प्रस्ताव रखा है। बजरंग दल ने मांग कि हैं की बेंगलुरू शहर में भी ऐसा नियम लागू किया जाना चाहिए। याचिका में यह भी मांग की गई है कि अविवाहित जोड़ों को होमस्टे, लॉज, सर्विस अपार्टमेंट और अन्य होटलों में भी कमरे नहीं दिए जाने चाहिए। अविवाहित जोड़ों के सीमा लांघने की संभावना बनी रहती है। इन स्थानों के अवैध गतिविधियों के केंद्र में तब्दील होने का भी खतरा है।
पीजी में भी लिव इन में रह रहे कपल
बजरंग दल ने बीबीएमपी और बेंगलुरु सिटी पुलिस कमिश्नर से याचिका पर गंभीरता से विचार करने की अपील की है। बजरंग दल के जिला संयोजक तेजस ए. गौड़ा ने मीडिया को बताया कि बेंगलुरु शहर में, खास तौर पर शहर के दिल माने जाने वाले इलाकों शांतिनगर, बीटीएम लेआउट, जयनगर, बोम्मनहल्ली और आसपास के इलाकों में लड़के-लड़कियों को साथ रहने के नाम पर पीजी में रहने की इजाजत है।
गौड़ा ने आरोप लगाया, ‘युवा लड़के-लड़कियों को साथ रहने की इजाजत है। यह पश्चिमी संस्कृति है। हमें इस संस्कृति का विरोध करना होगा। या तो आपको लड़कों के पीजी या लड़कियों के पीजी हॉस्टल में रहना होगा। देश में ऐसी कोई परंपरा नहीं है जो उन्हें साथ रहने की इजाजत दे। सबसे बड़ी बात यह है कि उन्हें अधिकारियों से जरूरी अनुमति नहीं मिली होगी। इसके बावजूद पुलिस और बीबीएमपी अधिकारी इस ओर आंखें मूंदे हुए हैं।’ अब इस घटनाक्रम से राज्य में बहस छिड़ने की संभावना है।