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Friday, March 14, 2025

भारत में Apple का नया उत्पादन हब, Make in India अभियान

भारत पहले सिर्फ मोबाइल फोन असेंबल करता था, लेकिन अब कंपोनेंट्स भी निर्यात करता है। इसका अर्थ है कि भारत धीरे-धीरे एक इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन हब बन रहा है।

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भारत पहले सिर्फ मोबाइल फोन असेंबल करता था, लेकिन अब कंपोनेंट्स भी निर्यात करता है। इसका अर्थ है कि भारत धीरे-धीरे एक इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन हब बन रहा है।

Apple के पहले भाग भारत से चीन जा रहे हैं। यह प्रधानमंत्री मोदी के Make in India संस्थान की सबसे बड़ी सफलताओं में से एक है। iPhone, MacBook, AirPods, Watch और अन्य उत्पादों को चीन और वियतनाम में निर्यात करना शुरू करते हुए Apple ने भारत में अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ा दी है। यह भारत को आर्थिक लाभ देता है क्योंकि यह एक विश्वव्यापी उत्पादन पावरहाउस बनने की ओर बड़ा कदम है।


भारत ने सीधे चीन और वियतनाम में Apple के इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स को निर्यात करना शुरू कर दिया है। अब तक भारत ज्यादातर ऐसे कंपोनेंट्स इम्पोर्ट करता था, इसलिए यह एक बड़ी उपलब्धि है। लेकिन अब परिस्थितियां बदल रही हैं, और Make in India की बड़ी सफलता ने इसे संभव बनाया है।


Apple ने भारत में iPhone, MacBook, AirPods, Watch, Pencil और अन्य कई उत्पादों के लिए मेकैनिक्स और एनक्लोजर्स बनाना शुरू किया है। Apple के लिए ये भाग Tata Electronics, Motherson Group, Jabil और Aequs द्वारा बनाए जा रहे हैं. फिर इन्हें चीन और वियतनाम भेजा जाता है, जहां इन्हें असेंबल करके फाइनल उत्पाद बनाए जाते हैं।

भारत में Apple का नवनिर्मित उत्पादन केंद्र

Apple अब भारत में iPhone और अन्य उत्पादों के लिए लोकल डिलीवरी चैनल बना रहा है। Apple ने भारत में कई विदेशी और भारतीय कंपनियों को शामिल करके मैकेनिकल कंपोनेंट्स और एनक्लोजर्स बनाए हैं। Apple के इस मिशन में जबिल (पुणे में AirPods), Aequs (हुबली, कर्नाटक में MacBook) और Motherson Group (iPhone के एनक्लोजर) शामिल हैं।

Make in India से बदले परिस्थितियां

भारत पहले सिर्फ मोबाइल फोन असेंबल करता था, लेकिन अब कंपोनेंट्स भी निर्यात करता है। इसका अर्थ है कि भारत धीरे-धीरे एक इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन हब बनता जा रहा है। Apple का यह कदम भारत में कंपोनेंट मैन्युफैक्चरिंग का एक मजबूत ईकोसिस्टम बनाएगा, जो पूरी इंडस्ट्री के लिए एक गेम-चेंजर साबित हो सकता है।

चीन पर  निर्भरता कम करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम

Counterpoint Research के वाइस प्रेसिडेंट नील शाह ने ET को बताया, “Apple अब सिर्फ iPhone या फाइनल प्रोडक्ट्स बनाने के लिए भारत नहीं आ रहा, बल्कि कंपोनेंट्स भी भारत से एक्सपोर्ट कर रहा है।” भारत, चीन और वियतनाम के साथ मिलकर उद्योग में एक महत्वपूर्ण विकल्प बन गया है।”Apple की यह रणनीति सप्लाई चेन को बदलने और चीन पर अपनी निर्भरता कम करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।

Tata Electronics सहित कई भारतीय कंपनियों ने बड़ा मौका प्राप्त किया

Apple ने भारत में अपने मैन्युफैक्चरिंग नेटवर्क को बढ़ाने के लिए Tata Electronics, जो iPhone के एनक्लोजर्स बनाती है, को भी शामिल किया है। इसके अलावा, Jabil और Aequs भी इस मिशन में शामिल हो गए हैं।

 

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