प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस से ‘सबका साथ, सबका विकास’ की उम्मीद करना बहुत बड़ी भूल होगी, क्योंकि यह उनके विचार और राजनीति के अनुरूप नहीं है।
पीएम मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण को प्रभावी और मार्गदर्शक बताया। उन्होंने कहा कि इसमें देश के भविष्य की दिशा स्पष्ट की गई है। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि ‘सबका साथ, सबका विकास’ को लेकर कई बातें कही गईं, लेकिन यह सोचने की बात है कि किसी को इससे समस्या क्यों हो सकती है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी राजनीति झूठ, भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण पर आधारित है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का मॉडल ‘परिवार पहले’ पर टिका हुआ है और उनकी सारी ऊर्जा इसी में खर्च होती है। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस हमेशा समाज में जातिवाद का जहर घोलने की कोशिश करती रही है।
पीएम मोदी ने कहा कि लंबे समय से विभिन्न दलों के ओबीसी सांसद ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा देने की मांग कर रहे थे, लेकिन कांग्रेस ने इसे ठुकरा दिया क्योंकि यह उनकी राजनीति के अनुकूल नहीं था। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने इस आयोग को संवैधानिक दर्जा देकर पिछड़े वर्गों के लिए न्याय किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 2014 के बाद देश को एक वैकल्पिक शासन मॉडल मिला है, जो तुष्टिकरण की राजनीति से हटकर जनता की संतुष्टि पर केंद्रित है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने सभी वर्गों के कल्याण के लिए काम किया है, न कि किसी विशेष समूह को ध्यान में रखकर।
राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में 70 से अधिक सांसदों ने हिस्सा लिया। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को लोकसभा में इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी।
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