प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी 5 फरवरी को प्रयागराज का दौरा किया और यहां संगम में पवित्र स्नान किया। यह स्नान उन्होंने भारतीय संस्कृति, धार्मिक आस्था और आध्यात्मिक उन्नति को समर्पित करते हुए किया। प्रधानमंत्री का यह दौरा विशेष रूप से महत्वपूर्ण था क्योंकि यह कुंभ मेले की तैयारीयों को लेकर भी था। इस यात्रा के दौरान उन्होंने देशवासियों के लिए कई महत्वपूर्ण संदेश दिए और भारतीय धर्म एवं संस्कृति के महत्व को रेखांकित किया। पीएम मोदी के साथ योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। राज्य के दोनों डिप्टी सीएम भी पीएम मोदी के साथ थे। पीएम के इस कार्यक्रम को देखते हुए पूरे प्रयागराज समेत महाकुंभ मेले में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। डॉग स्क्वायड व एंटी सेबोटाज टीमों ने सभी प्रमुख स्थलों पर पहुंच कर चुप्पे चुप्पे की तलाश ली है, सुरक्षा में लगी अन्य टीमें में भी अलर्ट कर दी गई हैं। संगम क्षेत्र में पैरामिलिट्री फोर्स भी तैनात है।
प्रधानमंत्री का पूरा कार्यक्रम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज महाकुंभ जाएंगे, इससे पहले उनके प्रोटोकॉल में बदलाव किया गया है। नए प्रोटोकॉल के मुताबिक अब पीएम मोदी महाकुंभ में एक ही घंटा रहेंगे। पहले से तय कार्यक्रमों में हिस्सा नहीं ले पाएंगे। पीएम मोदी 5 फरवरी को सुबह करीब 10 बजकर 5 मिनट पर प्रयागराज एयरपोर्ट पहुंचे। एयरपोर्ट से हेलीकॉप्टर से ही अरैल स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल के हेलीपैड पर उतरेंगे। 11:00 से लेकर 11:30 तक पीएम का त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान का कार्यक्रम तय है, इसके साथ ही मां गंगा की विधिवत पूजा अर्चना भी करेंगे। प्रधानमंत्री ने इस दौरान भारतीय संस्कृति की गहरी जड़ों का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत की सभ्यता और संस्कृति में गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों का अत्यधिक महत्व है।
नहीं होगा कोई रास्ता बंद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस कार्यक्रम को लेकर श्रद्धालुओं को देखकर यह कार्यक्रम बनाया गया है ताकि किसी को भी कोई समस्या ना हो। थोड़ी देर के लिए विआईपी घाट तक जाने वाले रास्ते पर जाता है याद प्रतिबंधित किया जाएगा। तो वही संगम की ओर जाने वाले रास्ते पर किसी भी तरह का कोई भी डायवर्जन या प्रतिबंध नहीं रहेगा।
महाकुंभ 2025 का शुभारंभ पौष पूर्णिमा के अवसर पर 13 जनवरी को हुआ था और यह 26 फरवरी महाशिवरात्रि तक चलेगा। इसे विश्व का सबसे बड़ा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक आयोजन माना जाता है, जो लाखों श्रद्धालुओं और संतों को आकर्षित करता है। महाकुंभ मेले में मंगलवार को 75 लाख लोगों ने त्रिवेणी में डुबकी लगाई। अब तक 38 करोड़ से अधिक श्रद्धालु महाकुंभ में स्नान कर चुके हैं।