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Thursday, March 13, 2025

2025 में Startup IPO का रिकॉर्ड तोड़ वर्ष: रिपोर्ट

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वर्ष 2025 भारत के IPO (प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश) परिदृश्य के लिए एक परिवर्तनकारी वर्ष बनने के लिए तैयार है, खासकर स्टार्टअप्स के क्षेत्र में। जैसे-जैसे भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम परिपक्व हो रहा है और निवेशकों का विश्वास बढ़ रहा है, एक रिकॉर्ड-ब्रेकिंग वर्ष की संभावना बन रही है। नए युग की तकनीकी कंपनियों के सार्वजनिक होने की उम्मीद के साथ, भारतीय IPO बाजार में महत्वपूर्ण उछाल देखने को मिल सकता है। यह रिपोर्ट उन विभिन्न कारकों का पता लगाती है जो 2025 में IPO के उछाल का कारण बनेंगे, जैसे कि व्यापक आर्थिक वातावरण, सार्वजनिक होने के लिए तैयार कंपनियों की प्रोफाइल और निवेशक का मनोबल। इसके अलावा, भारतीय अर्थव्यवस्था में जो बड़े रुझान हैं, उनके साथ-साथ इस सकारात्मक दृष्टिकोण के लिए जिम्मेदार कारकों पर भी चर्चा की गई है।

बाजार की स्थिति: 2024 का मजबूत आधार

2024 ने IPO बाजार के लिए एक मजबूत आधार तैयार किया, जिस वर्ष विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण गतिविधि देखी गई। 2024 में, Prime Database के अनुसार, भारत ने 96 मुख्य IPO और 241 SME (लघु और मंझले उद्योग) IPO किए, जिससे कुल ₹1.71 ट्रिलियन (लगभग $20.5 बिलियन) की राशि जुटाई गई। इस सफलता से 2025 में भी गति जारी रहने की उम्मीद है। विश्लेषकों का अनुमान है कि 2025 में IPO के जरिए जुटाई जाने वाली राशि ₹2 ट्रिलियन (लगभग $24 बिलियन) से अधिक हो सकती है, क्योंकि कई कंपनियां सार्वजनिक बाजारों में प्रवेश करने की तैयारी कर रही हैं।

2024 में IPO बाजार की सफलता का कारण विभिन्न कारक रहे हैं। भारतीय अर्थव्यवस्था वैश्विक आर्थिक अस्थिरताओं के बावजूद स्थिर बनी रही, जिसमें मुद्रास्फीति पर नियंत्रण, स्थिर ब्याज दरें और सकारात्मक GDP वृद्धि जैसी परिस्थितियाँ शामिल थीं। इसके अलावा, भारत में सामान्य चुनावों ने निवेशक भावना को काफी प्रभावित किया। कई कंपनियों, खासकर स्टार्टअप्स ने चुनावों के बाद बाजारों में स्थिरता को देखते हुए अपने IPO योजनाओं को स्थगित कर दिया। इस रणनीतिक देरी ने चुनावों के बाद IPO के लिए एक अनुकूल वातावरण बनाया, जिससे कंपनियों के लिए एक स्थिर और स्वागतयोग्य IPO मार्केट मिला। परिणामस्वरूप, 2024 एक मजबूत IPO प्रदर्शन वाला वर्ष बन गया, जो 2025 के लिए एक उपयुक्त मंच स्थापित करता है।

2025 में वृद्धि की उम्मीद: स्टार्टअप IPO की संख्या का दोगुना होना

2025 में, नए युग की तकनीकी स्टार्टअप्स के IPOs की संख्या 2024 की तुलना में दोगुनी होने की उम्मीद है। विश्लेषक अनुमान लगाते हैं कि कम से कम 23 नए युग की तकनीकी कंपनियां सार्वजनिक होने के लिए अपनी पेशकश करेंगी और कुल ₹55,000 करोड़ (लगभग $6.4 बिलियन) जुटाने का लक्ष्य रखेंगी। यह IPO गतिविधि में वृद्धि निवेशकों के बीच बढ़ते विश्वास को दर्शाती है और भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम की परिपक्वता को भी दर्शाती है। 2025 का वर्ष विभिन्न क्षेत्रों से कंपनियों के लिए IPO बाजार में प्रवेश करने का संकेत है।

इस बढ़ती हुई गतिविधि के पीछे कई कारण हैं। एक प्रमुख कारण है निवेशकों की बढ़ी हुई मांग। IPO में भागीदारी की दरें पिछले कुछ वर्षों में जबरदस्त बढ़ी हैं, जिससे यह संकेत मिलता है कि निवेशकों के बीच IPO के लिए मजबूत मांग है। उदाहरण के तौर पर, 2022 में औसतन IPO की सदस्यता दर 16 गुना थी, जबकि 2024 में यह संख्या बढ़कर 64 गुना हो गई। यह बढ़ी हुई सदस्यता दर दर्शाती है कि निवेशक स्टार्टअप्स की सार्वजनिक पेशकशों के प्रति बहुत रुचि रखते हैं, जो IPO बाजार के लिए सकारात्मक वातावरण प्रदान करती है।

इसके अलावा, 2025 में IPOs की एक विविध क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व की उम्मीद है। जबकि तकनीकी क्षेत्र IPO पेशकशों में प्रमुख रहेगा, 2025 में अन्य कई क्षेत्रों जैसे ई-कॉमर्स, लॉजिस्टिक्स, स्वास्थ्य देखभाल और नवीकरणीय ऊर्जा से भी स्टार्टअप्स अपनी पेशकश करेंगे। यह विविधता न केवल विभिन्न प्रकार के निवेशकों को आकर्षित करती है, बल्कि यह भारत की अर्थव्यवस्था की विशाल संभावनाओं को भी दर्शाती है। निवेशकों को अब एक ही क्षेत्र में सीमित नहीं रहना होगा, बल्कि उनके पास विभिन्न उद्योगों में अवसर होंगे, प्रत्येक में अपनी विशेष वृद्धि क्षमता होगी।

इसके अतिरिक्त, नियामक समर्थन से भी IPO बाजार को बढ़ावा मिल रहा है। भारत के सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड (SEBI) ने IPO के गुणवत्ता और पारदर्शिता को बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं। इन उपायों से निवेशकों के बीच विश्वास बढ़ा है और सार्वजनिक पेशकशों के लिए एक स्थिर वातावरण बना है। SEBI द्वारा किए गए ये सुधार भारतीय IPO बाजार को घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों के लिए अधिक आकर्षक बना रहे हैं।

प्रमुख खिलाड़ी: सार्वजनिक होने के लिए तैयार स्टार्टअप्स

कई प्रमुख स्टार्टअप्स 2025 में अपने IPO की योजना बना रहे हैं, जो भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम के परिपक्व होने को दर्शाते हैं। ये कंपनियां केवल पूंजी जुटाने के लिए नहीं, बल्कि अपने बाजार स्थान को मजबूत करने और अपनी व्यापार गतिविधियों को और विस्तारित करने के लिए भी IPO की ओर बढ़ रही हैं। कुछ प्रमुख कंपनियां जो सार्वजनिक होने की तैयारी कर रही हैं, उनमें Ather Energy, BlueStone, CaptainFresh, Ola Cabs, और Physics Wallah शामिल हैं।

  1. Ather Energy: भारत में प्रमुख इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता, जो बढ़ती हुई सतत परिवहन समाधानों की मांग का लाभ उठाने के लिए तैयार है। Ather Energy अपने मजबूत ब्रांड और नवीन उत्पादों के साथ भारतीय EV बाजार में एक प्रमुख खिलाड़ी बनकर उभरी है। इसकी आगामी IPO से निवेशकों की काफी रुचि होने की उम्मीद है।
  2. BlueStone: एक ऑनलाइन ज्वेलरी रिटेलर, जो D2C (Direct-to-Consumer) स्पेस में अपनी मजबूत उपस्थिति का लाभ उठाने के लिए IPO पेश करने की योजना बना रहा है। BlueStone का ब्रांड, इसके उन्नत व्यापार मॉडल और बढ़ती ग्राहक संख्या इसे एक आकर्षक निवेश अवसर बनाती है।
  3. CaptainFresh: यह एक कृषि-तकनीकी (agrtech) स्टार्टअप है, जो भारत के खाद्य उद्योग में आपूर्ति श्रृंखला को बदलने के लिए कार्य कर रहा है। कंपनी का उद्देश्य किसानों को सीधे उपभोक्ताओं से जोड़कर भारतीय खाद्य आपूर्ति प्रणाली में सुधार करना है। इसकी अभिनव व्यापार रणनीति इसे IPO के लिए एक रोमांचक उम्मीदवार बनाती है।
  4. Ola Cabs: भारत की प्रमुख राइड-हेलिंग सेवा, जो अब इलेक्ट्रिक वाहनों और लॉजिस्टिक्स सहित विभिन्न गतिशीलता समाधानों में विस्तार कर चुकी है। Ola के पास एक विविध उत्पाद पोर्टफोलियो है, और यह भारतीय परिवहन उद्योग में बड़े पैमाने पर बदलाव ला रहा है। इसके IPO को लेकर निवेशकों के बीच बड़ी उम्मीदें हैं।
  5. Physics Wallah: एक एडटेक (Edtech) प्लेटफॉर्म, जो भारत में शिक्षा के क्षेत्र में सुलभ और सस्ती शिक्षा प्रदान करने का लक्ष्य रखता है। यह अपने कारोबार को सार्वजनिक करने के लिए IPO के माध्यम से पूंजी जुटाने की योजना बना रहा है। Physics Wallah की शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी पहल और बढ़ती हुई ग्राहक संख्या इसे IPO के लिए एक प्रमुख उम्मीदवार बनाती है।

यह कंपनियां 2025 में IPO की ओर बढ़ने वाले स्टार्टअप्स का केवल एक छोटा हिस्सा हैं, और ये भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम में विविधता को दर्शाती हैं। इलेक्ट्रिक वाहनों से लेकर ऑनलाइन ज्वेलरी, खाद्य आपूर्ति, राइड-हेलिंग और एडटेक, 2025 में IPO बाजार में कई अवसर होंगे, जो निवेशकों के लिए लाभकारी साबित हो सकते हैं।

निवेशक भावना: IPO के लिए आदर्श वातावरण

निवेशक भावना वह महत्वपूर्ण कारक है जो 2025 में स्टार्टअप IPO की वृद्धि को प्रोत्साहित करेगा। कई कारक भारतीय IPO बाजार के लिए एक आदर्श वातावरण बना रहे हैं, जो नए सार्वजनिक प्रस्तावों के लिए अनुकूल है।

एक प्रमुख कारण है तकनीकी क्षेत्र की लचीलापन। वैश्विक बाजारों में चुनौतियों के बावजूद, भारत का तकनीकी क्षेत्र आश्चर्यजनक रूप से लचीला रहा है। देश में यूनिकॉर्न्स (वह स्टार्टअप्स जिनका मूल्य $1 बिलियन से अधिक है) की संख्या बढ़ रही है, और ये कंपनियां अब सार्वजनिक होने के लिए तैयार हैं। जैसे-जैसे तकनीकी क्षेत्र परिपक्व हो रहा है, नए IPOs के लिए एक मजबूत आधार तैयार हो रहा है, क्योंकि निवेशक भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण विकास की संभावना देखते हैं।

इसके अतिरिक्त, घरेलू और विदेशी निवेशकों का भारत के IPO बाजार में रुचि दिखाना एक महत्वपूर्ण संकेत है। घरेलू संस्थागत निवेशक जैसे म्यूचुअल फंड्स और पेंशन फंड्स, साथ ही विदेशी निवेशक, भारत के स्टार्टअप्स के IPO में भाग लेने के लिए तैयार हैं। इसके अलावा, हालिया IPOs की सफलता ने निवेशक विश्वास को मजबूत किया है, जो भविष्य में और अधिक IPOs के लिए उत्साह बढ़ाता है।

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