सोमवार, 3 फरवरी को भारतीय शेयर बाजार में गिरावट देखने को मिली। प्रमुख सूचकांक लगभग 1% तक गिर गए। दोपहर 12:30 बजे के आसपास S&P BSE SENSEX 509.58 अंक गिरकर 76,996.38 पर कारोबार कर रहा था, जो 0.66% की गिरावट को दर्शाता है। वहीं, NSE NIFTY50इंडेक्स 191.80 अंक गिरकर 23,290.35 पर था, जो 0.82% की गिरावट को सूचित करता है। हालांकि, कुछ प्रमुख कंपनियों के शेयरों में सकारात्मक हलचल रही, जो निवेशकों के बीच आकर्षण का कारण बने। इस रिपोर्ट में हम उन प्रमुख शेयरों का विश्लेषण करेंगे जो आज के ट्रेडिंग सत्र में सबसे ज्यादा चर्चा में रहे।
Metro Brands
फुटवियर ब्रांड मेट्रो ब्रांड्स के शेयरों में सोमवार को भारी उछाल देखा गया, जब संघीय बजट में फुटवियर और लेदर क्षेत्र के लिए फोकस प्रोडक्ट स्कीम का ऐलान किया गया। इस स्कीम के तहत भारत के फुटवियर और लेदर उत्पादों की उत्पादकता, गुणवत्ता, और प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ावा देने के लिए उपाय किए जाएंगे। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यह भी कहा कि यह स्कीम नॉन-लेदर फुटवियर और लेदर फुटवियर के उत्पादन के लिए आवश्यक डिजाइन क्षमता, घटक निर्माण, और मशीनरी को समर्थन प्रदान करेगी। बजट के इस ऐलान के बाद, मेट्रो ब्रांड्स के शेयर BSE पर 6.65% बढ़कर ₹1,319.05 तक पहुंच गए।
Eicher Motors
ऑटोमोबाइल क्षेत्र की प्रमुख कंपनी ऐशर मोटर्स ने जनवरी में अपनी मोटरसाइकिल बिक्री में 20% का इजाफा दर्ज किया, जिससे कंपनी के शेयरों में सकारात्मक रुझान आया। कंपनी ने कुल 91,132 यूनिट्स की बिक्री की, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 76,187 यूनिट्स से ज्यादा थी। रॉयल एनफील्ड की बिक्री में 6% की वृद्धि हुई, और इसके अंतरराष्ट्रीय व्यापार में 79% का उछाल आया। इन शानदार बिक्री आंकड़ों के कारण, ऐशर मोटर्सके शेयर BSE पर 2.54% बढ़कर ₹5,524.90 पर ट्रेड कर रहे थे।
Maruti Suzuki
भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी के शेयरों में भी उछाल देखने को मिला। कंपनी ने जनवरी 2025 में 6% सालाना वृद्धि के साथ 212,251 यूनिट्स की बिक्री की। पिछले साल जनवरी में यह आंकड़ा 199,364 यूनिट्स था। मारुति के इस मजबूत प्रदर्शन ने निवेशकों का विश्वास बढ़ाया और कंपनी के शेयरों में 3.95% की वृद्धि हुई, जो ₹13,431.60 तक पहुंच गए।
ITC Hotels
आईटीसी होटल्स के शेयरों में 4.09% की बढ़त देखी गई, जो बजट में पर्यटन क्षेत्र से जुड़ी घोषणाओं के बाद हुई। वित्त मंत्री ने बजट में यह प्रस्ताव रखा कि भारत के शीर्ष 50 पर्यटन स्थलों को राज्य सरकारों के साथ साझेदारी में चुनौती मोड के तहत विकसित किया जाएगा। इस पहल से पर्यटन उद्योग को प्रोत्साहन मिलने की उम्मीद है, जिसका सीधा फायदा आईटीसी जैसे होटल समूहों को हो सकता है।
Bajaj Finance
बajaj फाइनेंस के शेयरों में भी 2.70% की बढ़ोतरी हुई, और यह ₹8,208.85 के स्तर पर ट्रेड कर रहे थे। विश्लेषकों ने कंपनी के लिए अपनी रेटिंग को सकारात्मक रूप से संशोधित किया, जिससे निवेशकों का विश्वास बढ़ा। बजाज फाइनेंस के मजबूत वित्तीय प्रदर्शन और भविष्य की विकास संभावनाओं के कारण यह शेयर निवेशकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
L&T
हालांकि कुछ कंपनियों के शेयरों में उछाल आया, वहीं लार्सन एंड टुब्रो (L&T) के शेयरों में गिरावट आई। कंपनी के शेयरों में 4.40% की गिरावट दर्ज की गई और वे ₹3,295.60 पर कारोबार कर रहे थे। बजट में सरकार ने अपने फोकस को कैपेक्स (पूंजीगत व्यय) से उपभोग आधारित विकास पर शिफ्ट कर दिया, जिससे इंफ्रास्ट्रक्चर और निर्माण कंपनियों के लिए परिदृश्य नकारात्मक हो गया। L&T जैसी कंपनियां, जो बड़े कैपेक्स प्रोजेक्ट्स पर निर्भर हैं, उन्हें इसका नकारात्मक असर हुआ।
Anant Raj
अनंत राज की तीसरी तिमाही की वित्तीय रिपोर्ट में अच्छी वृद्धि दर्ज की गई, लेकिन इसके बावजूद कंपनी के शेयरों में 9.43% की गिरावट देखी गई। अनंत राज के नेट प्रॉफिट में 55% की वृद्धि हुई, जो ₹110 करोड़ तक पहुंच गया, और इसकी राजस्व में भी 36.2% का इजाफा हुआ। इसके बावजूद, निवेशकों ने कंपनी के शेयरों को नकारात्मक प्रतिक्रिया दी, और यह ₹577.50 पर कारोबार कर रहे थे।
RITES
राइट्स लिमिटेड के शेयरों में भारी गिरावट आई, और वे 52-सप्ताह के निचले स्तर ₹233.60 पर पहुंच गए। इसके बाद, कंपनी के शेयर 8.30% गिरकर ₹233.55 पर ट्रेड कर रहे थे। यह गिरावट बजट में रेलवे क्षेत्र के लिए नीतिगत समर्थन की कमी के कारण आई। रेलवे के लिए आवंटन ₹2.55 लाख करोड़ पर बना रहा, जो निवेशकों को निराश करने वाला था, क्योंकि उन्हें और अधिक उत्साहजनक योजनाओं की उम्मीद थी।
Coal India
कोल इंडिया के शेयरों में 3.66% की गिरावट देखी गई, और वे ₹371.25 तक गिर गए। कंपनी ने जनवरी में उत्पादन में 0.8% की कमी रिपोर्ट की, जो कि इस वित्तीय वर्ष की पहली मासिक गिरावट थी। इसके मुकाबले, पिछले वर्ष की समान अवधि में कंपनी ने 78.4 मिलियन टन का उत्पादन किया था। दिसंबर में कोल इंडिया का उत्पादन 5.25% बढ़ा था, लेकिन जनवरी में इस गिरावट ने निवेशकों को चिंतित किया।
HUDCO
HUDCO के शेयरों में 8.82% की गिरावट देखी गई और यह ₹198 पर आ गए। बजट में आवास और शहरी विकास क्षेत्र के लिए कोई नई प्रमुख पहल न होने के कारण यह गिरावट आई। निवेशकों को इस क्षेत्र से उम्मीदें थीं, लेकिन सरकार की घोषणाओं ने उन्हें निराश किया।
आज के बाजार सत्र में मुख्य सूचकांकों में गिरावट आई, हालांकि कुछ कंपनियां बजट की घोषणाओं से लाभान्वित हुईं, जैसे मेट्रो ब्रांड्स, ऐशर मोटर्स, और मारुति सुजुकी। वहीं, लार्सन एंड टुब्रो, राइट्स, और कोल इंडिया जैसी कंपनियां दबाव में रही। इन कंपनियों के शेयरों में गिरावट उनके संबंधित क्षेत्रों में कम बजट आवंटन और बाजार की उम्मीदों से मेल न खाने के कारण आई। निवेशकों को वर्तमान बाजार परिदृश्य में सतर्क रहना चाहिए और किसी भी निवेश निर्णय से पहले पूरी तरह से कंपनी के प्रदर्शन और आर्थिक दृष्टिकोण का मूल्यांकन करना चाहिए।