सोमवार, 17 फरवरी की सुबह, उत्तर प्रदेश के कई जिलों और दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के तेज़ झटके महसूस किए गए। ये झटके इतने तीव्र थे कि लोग घबराकर अपने घरों से बाहर निकलने लगे। सुबह करीब 5:30 बजे भूकंप के ये झटके महसूस हुए, और भूकंप का केंद्र दिल्ली था। इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.0 मापी गई है।
भूकंप का केंद्र और तीव्रता
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, भूकंप की तीव्रता 4.0 रिक्टर स्केल पर दर्ज की गई। भूकंप का केंद्र नई दिल्ली था, और यह जमीन से पांच किलोमीटर की गहराई पर स्थित था। इसका स्थान 28.59 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 77.16 डिग्री पूर्वी देशांतर पर था। चूंकि भूकंप का केंद्र दिल्ली के नजदीक था और इसकी गहराई कम थी, इसलिए दिल्ली-एनसीआर और आसपास के क्षेत्रों में इसका असर ज्यादा महसूस किया गया।
यूपी के इन जिलों में भूकंप के झटके महसूस किए गए
भूकंप के झटके नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ, मुरादाबाद, सहारनपुर, मथुरा, आगरा सहित कई अन्य जिलों में भी महसूस किए गए। इन क्षेत्रों में लोगों ने घरों और गलियों के बाहर जमा होकर भूकंप के झटकों का सामना किया। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, भूकंप का समय 05:36:55 IST था, और इसकी तीव्रता 4.0 थी। इन झटकों के बाद लोगों में घबराहट देखने को मिली, और कई लोग अपने घरों से बाहर निकलने को मजबूर हो गए।
भूकंप के बाद लोगों की प्रतिक्रिया
भूकंप के बाद लोग काफी डर महसूस कर रहे थे। गाजियाबाद के एक निवासी ने कहा, “भूकंप बहुत तेज़ था। मैंने पहले कभी ऐसा महसूस नहीं किया था। पूरी इमारत हिल रही थी।” वहीं, एक अन्य निवासी ने बताया, “भूकंप के बहुत तेज़ झटके महसूस हुए। यह झटके थोड़े समय के लिए थे लेकिन बहुत तेज़ थे।”
एक अन्य व्यक्ति ने कहा, “हमें घर में काफी तेज़ झटके महसूस हुए। इसके बाद हम घर के बाहर आ गए। हमारे घर में बर्तन और अन्य चीजें हिल रही थी। यह अनुभव काफी डरावना था।”
क्या अब भी कोई खतरा है?
भूकंप के झटके महसूस होने के बाद दिल्ली और उत्तर प्रदेश के लोगों में चिंता का माहौल बना हुआ है। हालांकि, भूकंप के बाद अब तक किसी भी प्रकार के नुकसान या घायल होने की सूचना नहीं आई है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस भूकंप के बाद कुछ और छोटे झटके आ सकते हैं, लेकिन फिलहाल यह एक मामूली भूकंप था।