विदेश मंत्री Dr. S. Jayshankar ने गुरुवार को आश्वासन दिया कि सरकार खासकर तनाव या हिंसा से प्रभावित क्षेत्रों में भारतीय छात्रों के कल्याण पर बारीकी से नजर रखती है। उन्होंने आगे जोड़ देकर कहा कि छात्राओं का कल्याण सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने आगे जोर देकर कहा कि छात्रों का कल्याण सरकार के दिल के बहुत करीब है।
संघर्ष बढ़ने के बाद विदेश में भारतीय छात्रों की निगरानी के सवाल पर Jaishankar ने राज्यसभा में कहा, “सरकार भारतीय छात्रों के कल्याण पर सावधानीपूर्वक नजर रखती है और हिंसा की संभावना के मामले में उन्हें सचेत करती है, जरूरत पड़ने पर सरकार उड़ानें चलाने के लिए तैयार रहती है”। उन्होंने आगे कहा, “सरकार सभी विदेशी देश में छात्रों की संख्या पर सावधानीपूर्वक नजर रखती है। हम उनके कल्याण पर भी सावधानी पूर्वक नजर रखते हैं जहां भी तनाव या हिंसा की संभावना की स्थिति होती है हम छात्रों को सचेत करते हैं जैसा कि हमने यूक्रेन में किया है। हमें बचाव के लिए उड़ान चलाने जैसे कोई और कदम उठाने की जरूरत होती है तो हम तैयार रहते हैं, हमारे पास हमेशा आकस्मिक योजनाएं होती हैं।
विदेश मंत्री ने आगे कहा कि सभी दूतावासों और राजदूतों को विशेष ध्यान रखना और छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। विदेश मंत्री ने कहा, स्थिति के आधार पर हम बहुत सहानुभूतिपूर्ण रहे हैं। सभी दूतावासों और सभी राजदूतों को छात्रों के कल्याण में विशेष रुचि लेने के लिए कहा गया है। विशेष रूप से पश्चिम एशिया में इजरायल- फिलिस्तीन संघर्ष ने क्षेत्र में तनाव बढ़ा दिया है जिसमें हिंसक झड़पें और राजनीतिक अस्थिरता कई देशों को प्रभावित कर रही है। मंगलवार को अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump ने घोषणा की की संयुक्त राज्य अमेरिका गाजा पट्टी पर कब्जा कर लेगा। खतरनाक हथियारों को नष्ट कर देगा, नष्ट हो चुकी इमारत से छुटकारा दिलाएगी और क्षेत्र में आर्थिक विकास के लिए काम करेगा।