भारत सरकार के वित्त मंत्री ने हाल ही में एक अहम घोषणा की है। केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने अपने कर्मचारियों को आधिकारिक उद्देश्यों के लिए ChatGPT और DeepSeek जैसे AI टूल्स के उपयोग से बचने के लिए कहा है। सरकार ने सरकारी दस्तावेजों और डेटा की गोपनीयता के लिए उत्पन्न खतरे का हवाला देते हुए यह कदम उठाया है। वित्त मंत्रालय के अनुसार इन टूल्स का उपयोग केवल निजी क्षेत्र और व्यक्तिगत कार्यों के लिए किया जा सकता है, लेकिन सरकारी कामकाज में इनका उपयोग न तो उचित है और न ही सुरक्षित। सरकार ने यह निर्णय उस समय लिया है जब भारत समेत कई देशों में AI टूल्स के इस्तेमाल से जुड़ी सुरक्षा चिंताएं बढ़ रही हैं। इन टूल्स में भारी मात्रा में डेटा प्रोसेस किया जाता है और सरकार को यह चिंता है कि इनका उपयोग सरकारी दस्तावेजों और जानकारी के लीक होने की संभावना को बढ़ा सकता है। सरकार के अधिकारियों का मानना है कि AI टूल्स को सरकारी कार्यों में उपयोग करने से संवेदनशील सूचनाओं का गलत हाथों में जाना संभव है, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा पर खतरा हो सकता है। वित्त मंत्रालय की एडवाइजरी में कहा गया है, “यह निर्धारित किया गया है कि कार्यालय के कंप्यूटरों और उपकरणों में AI उपकरण और AI Apps जैसे (ChatGPT, DeepSeek) आदि सरकारी डेटा और दस्तावेजों की गोपनीयता के लिए जोखिम पैदा करते हैं।”
अधिकारियों ने की पुष्टि
राॅयटर्स के अनुसार, 29 जनवरी की इस एडवाइजरी की खबरें मंगलवार को सोशल मीडिया पर सामने आईं, जो OpenAI के प्रमुख सैम ऑल्टमैन की भारत यात्रा से पहले की थीं। राॅयटर्स को तीन अज्ञात वित्त मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि यह नोट असली है और इसे इस सप्ताह आंतरिक रूप से जारी किया गया है। हालांकि वित्त मंत्रालय, ChatGPT की मूल कंपनी OpenAI और DeepSeek के प्रतिनिधियों ने राॅयटर्स के टिप्पणी अनुरोधों का तुरंत जवाब नहीं दिया।
अन्य मंत्रालयों पर स्थिति स्पष्ट नहीं
यह स्पष्ट नहीं है कि केंद्र सरकार के अन्य मंत्रालयों ने इसी तरह के निर्देश जारी किए हैं या नहीं। दुनिया भर के कई देशों ने डेटा सुरक्षा जोखिमों का हवाला देते हुए DeepSeek के उपयोग पर इसी तरह के प्रतिबंध या चेतावनी जारी किए हैं।
कई देशों ने लगाए प्रतिबंध
इस सप्ताह की शुरुआत में, ताइवान ने अपने सभी सरकारी एजेंसियों और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा सेवा प्रदाताओं को सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए चीनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस स्टार्टअप DeepSeek की चीनी उत्पत्ति को देखते हुए किसी भी अधिकारीक या गोपनीय जानकारी का उपयोग DeepSeek से प्रश्न पूछने के लिए नहीं किया जाना चाहिए। अमेरिकी कांग्रेसनल कार्यालय को भी चीनी ऐप को स्थापित करने के खिलाफ चेतावनी दी है। यूनाइटेड किंगडम में भी अपने नागरिकों और व्यवसायों को इसी तरह की चेतावनी जारी की है।