मध्य प्रदेश के Chhatarpur जिले में सिटी कोतवाली थाना प्रभारी Arvind Kujur की आत्महत्या के एक हफ्ते बाद पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का कहना है कि इन आरोपियों ने थाना प्रभारी को प्यार के जाल में फंसाकर ब्लैकमेल किया और उनसे महंगे आभूषण और वाहन हड़प लिए थे।
थाना प्रभारी Arvind Kujur ने 6 मार्च को अपने सरकारी आवास पर सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। प्रारंभिक जांच में पता चला कि आरोपी आशी राजा परमार और उसका साथी सोनू राजा, दोनों ने मिलकर अधिकारी को प्रेम संबंध में फंसाया और फिर ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। आरोपियों ने उन्हें धमकी दी कि अगर उन्होंने उनकी मांगें नहीं मानीं, तो वे उन पर झूठे मामले दर्ज करवा देंगे।
पुलिस के अनुसार, ब्लैकमेलिंग के कारण अधिकारी मानसिक तनाव में आ गए थे। आरोपियों ने उनसे महंगे आभूषण, वाहन और अन्य कीमती सामान ऐंठ लिए। इस डर और मानसिक दबाव के चलते ही उन्होंने यह कठोर कदम उठाया।
Chhatarpur की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) विदिता ने बताया कि घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने सभी पहलुओं से जांच की। पीड़ित अधिकारी के परिवार वालों के बयान दर्ज किए गए और फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया गया। इसके बाद जांच में स्पष्ट हुआ कि आरोपियों ने अधिकारी को ब्लैकमेल कर प्रताड़ित किया था, जिससे वह आत्महत्या के लिए मजबूर हो गए।
अब पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 108, 308 (6), 308 (7) और 3 (5) के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस जल्द ही आरोपियों को कोर्ट में पेश कर रिमांड की मांग करेगी ताकि उनसे आगे पूछताछ की जा सके और इस मामले की गहराई से जांच की जा सके।
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