संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के अध्यक्ष फिलेमोन यांग मंगलवार को चार दिवसीय भारत दौरे पर आ रहे हैं। उनका यह दौरा भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर के निमंत्रण पर हो रहा है। इस यात्रा के दौरान यांग और जयशंकर बहुपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे। साथ ही, यांग राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मुलाकात करेंगे।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, यांग केवल दिल्ली ही नहीं, बल्कि बेंगलुरु भी जाएंगे। वहां वह इंफोसिस और भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) का दौरा करेंगे। उनकी इस यात्रा के दौरान वे भारत की नवाचार क्षमता और डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे विषयों पर विशेषज्ञों से बातचीत करेंगे।
फिलेमोन यांग ने 10 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष पद का कार्यभार संभाला था। उनके कार्यकाल में संयुक्त राष्ट्र ने “भविष्य के लिए एक समझौता” (A Pact for the Future) को अपनाया, जो बहुपक्षीय समाधान और एक बेहतर कल की दिशा में एक दृष्टि दस्तावेज है। इससे पहले, यांग कैमरून के प्रधानमंत्री रह चुके हैं।
इससे पहले, सितंबर में एस. जयशंकर ने न्यूयॉर्क में यांग से मुलाकात की थी और उनकी “एकता में विविधता, शांति, मानव स्थिरता और सभी के लिए गरिमा” की दृष्टि का समर्थन किया था। जयशंकर ने इस मुलाकात के बारे में सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा था कि भारत यांग की दृष्टि को पूरी तरह से समर्थन देगा।
यांग ने भी जयशंकर से मुलाकात पर खुशी जाहिर की और लिखा कि उन्होंने UNGA79 के प्रमुख मुद्दों और भविष्य के शिखर सम्मेलन के नतीजों पर चर्चा की। उन्होंने यह भी कहा कि भारत वैश्विक दक्षिण (Global South) के हितों को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
यांग की यह यात्रा भारत और संयुक्त राष्ट्र के बीच संबंधों को और मजबूत करने में एक अहम कदम मानी जा रही है।
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