राजस्थान में गहलोत सरकार द्वारा बनाए गए तीन संभाग और 17 नए जिलों में से नौ को खत्म करने के भजनलाल सरकार के फैसले के बाद विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है। इनमें सीकर संभाग और नीमकाथाना जिला भी शामिल हैं। इस निर्णय के विरोध में क्षेत्रीय जनता और विपक्षी दलों ने मोर्चा खोल दिया है।
‘राजनीतिक प्रतिशोध’ में अंधा होकर जनता से बदला लेने वाली भाजपा सरकार के खिलाफ शेखावाटी के जन-जन में आक्रोश है।
सीकर संभाग एवं नीमकाथाना जिला निरस्त करने के खिलाफ आज सीकर में संघर्ष समिति की बैठक में शामिल हुआ और सरकार के निर्णय के खिलाफ आगामी रणनीति पर चर्चा की। pic.twitter.com/ly6hJAQDiM
— Govind Singh Dotasra (@GovindDotasra) January 2, 2025
गुरुवार को इंडिया गठबंधन के बैनर तले नीमकाथाना में एक सभा आयोजित की गई। इस सभा में 4 जनवरी को सीकर बंद का आह्वान किया गया। सीकर और नीमकाथाना को जिला और संभाग यथावत रखने की मांग को लेकर 7 जनवरी को सीकर उपखंड कार्यालय में ज्ञापन सौंपने की योजना है। इस आंदोलन को संगठित करने के लिए सीकर संभाग और नीमकाथाना जिला संघर्ष समिति का गठन किया गया है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने इस फैसले को जनता के साथ धोखा बताते हुए भाजपा सरकार पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि यह निर्णय राजनीतिक प्रतिशोध से प्रेरित है और शेखावाटी क्षेत्र का अपमान है। सीकर सांसद अमराराम ने इसे क्षेत्र की अस्मिता पर हमला बताते हुए आंदोलन को पंचायत स्तर तक ले जाने की चेतावनी दी।
इस सरकार ने सीकर संभाग और नीमकाथाना को खत्म नही किया है. ये शेखावाटी के सम्मान को ललकारने का काम किया है ,किसी के इंतजार की जरूरत नही है जब अन्याय हुआ है शेखावाटी के सम्मान को ललकारा गया है राजस्थान की सरकार के द्वारा इसलिए मै समझता हू ईट का जवाब पत्थर से देने की जरूरत है। pic.twitter.com/A5C75LRoNW
— Amra Ram (@AmraRamMPSikar) January 2, 2025
इस जनांदोलन को कांग्रेस नेताओं सहित क्षेत्रीय सांसदों का समर्थन मिल रहा है। आंदोलनकारियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि निर्णय वापस नहीं लिया गया, तो आंदोलन और उग्र होगा।