दिल्ली में सरकार की स्थापना के बाद से आयुष्मान योजना पर चर्चा शुरू हो गई है। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने मेल के जरिए केंद्र सरकार से आयुष्मान स्कीम को लागू करने में मदद की मांग की है। केंद्र सरकार ने भी आयुष्मान भारत योजना के तहत आशा कार्यकर्ताओं और स्वास्थ्य अधिकारियों को प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया है।
Delhi में भी केंद्र सरकार की आयुष् मान भारत योजना शुरू होने जा रही है। दिल्ली में इस योजना को कैबिनेट ने मंजूरी दी है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में गुरुवार को हुई भाजपा की पहली कैबिनेट बैठक में आयुष् मान भारत योजना को मंजूरी दी गई। सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि भाजपा ने दिल्ली की जनता से जो वादे किए हैं, उन्हें हम जल्द ही प्रत्येक करके पूरा करेंगे। महिला सम्मान योजना भी कैबिनेट बैठक में चर्चा हुई, उन्होंने कहा। शनिवार को दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने महिला सम्मान योजना पर एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है। बजट बनाने पर भी चर्चा होगी।
6.5 लाख परिवारों को फायदा मिलेगा
नेशनल हेल्थ अथॉरिटी ने 2011 में किए गए सर्वे में पाया गया कि दिल्ली में 6.5 लाख परिवार प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PMJAY) के तहत आते हैं। ऐसे में दिल्ली सरकार को चिंता है कि इन परिवारों में चयन या क्राइटेरिया कैसे होगा? जो आयुष्मान कार्ड देगा। आयुष्मान भारत के मिशन डायरेक्टर किरण गोपाल वास्का ने कहा कि दिल्ली सरकार आवश्यक पैरामीटरों में बदलाव करके लाभार्थियों की सूची को अंतिम रूप देगी क्योंकि दिल्ली एक महानगर है।
10 लाख रुपये की स्वास्थ्य बीमा
वहीं, केंद्र ने कहा कि दिल्ली में योजना को लागू करने के लिए 6 हजार आशा कार्यकर्ताओं और 1500 आंगनबाड़ी कर्मचारियों को शामिल करना होगा। आयुष्मान भारत योजना के पैनल पर अभी छह सौ छह अस्पताल दिल्ली में हैं। दूसरे राज्यों से लाभार्थी अभी इनमें आकर इलाज करते हैं। इनमें निजी और सरकारी अस्पताल शामिल हैं। जल्द ही इस सूची में अतिरिक्त अस्पतालों को शामिल किया जाएगा। यह प्रक्रिया दिल्ली में राज्य स्वास्थ्य एजेंसी और जिला समितियों के गठन के बाद शुरू होगी। मिशन डायरेक्टर ने बताया कि दिल्ली में सरकारी और निजी अस्पताल योजना के पैनल में शामिल होंगे। लोगों को उनकी सुविधानुसार नजदीकी अस्पताल चुनने का अवसर मिलेगा। दिल्ली में पैनल में आने वाले अस्पतालों पर टियर-1 शहर की दरें लागू होंगी। निजी अस्पताल आनाकानी नहीं करेंगे क्योंकि ये दरें बड़े शहरों के लिए तय की गई हैं।
अभी दिल्ली में 66 अस्पताल पैनल हैं
वहीं, केंद्र ने कहा कि दिल्ली में योजना को लागू करने के लिए 6 हजार आशा कार्यकर्ताओं और 1500 आंगनबाड़ी कर्मचारियों को शामिल करना होगा। आयुष्मान भारत योजना के पैनल पर अभी छह सौ छह अस्पताल दिल्ली में हैं। दूसरे राज्यों से लाभार्थी अभी इनमें आकर इलाज करते हैं। इनमें निजी और सरकारी अस्पताल शामिल हैं। जल्द ही इस सूची में अतिरिक्त अस्पतालों को शामिल किया जाएगा।
यह प्रक्रिया दिल्ली में राज्य स्वास्थ्य एजेंसी और जिला समितियों के गठन के बाद शुरू होगी। यह प्रक्रिया दिल्ली में राज्य स्वास्थ्य एजेंसी और जिला समितियों के गठन के बाद शुरू होगी। मिशन डायरेक्टर ने बताया कि दिल्ली में सरकारी और निजी अस्पताल योजना के पैनल में शामिल होंगे। लोगों को उनकी सुविधानुसार नजदीकी अस्पताल चुनने का अवसर मिलेगा। दिल्ली में पैनल में आने वाले अस्पतालों पर टियर-1 शहर की दरें लागू होंगी। निजी अस्पताल आनाकानी नहीं करेंगे क्योंकि ये दरें बड़े शहरों के लिए तय की गई हैं।